/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/04/pm-modi-2025-07-04-10-55-26.jpg)
त्रिनिदाद और टोबैगो में पीएम मोदी को सोहारी पत्तों पर परोसा गया भोजन! जानें क्या है खास? | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर ने पीएम मोदी के सम्मान में एक विशेष रात्रिभोज का आयोजन किया। इस दौरान पीएम मोदी को पारंपरिक सोहारी पत्ते पर भोजन परोसा गया, जो भारत-त्रिनिदाद संबंधों में सांस्कृतिक गहराई को दर्शाता है। यह न केवल एक भोज था, बल्कि सदियों पुराने साझा इतिहास का जश्न भी था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट कर साझा की गई है। X पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा है कि "प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर द्वारा आयोजित रात्रिभोज में सोहारी के पत्ते पर भोजन परोसा गया, जो त्रिनिदाद और टोबैगो के लोगों, विशेषकर भारतीय मूल के लोगों के लिए बहुत सांस्कृतिक महत्व रखता है। यहां, त्योहारों और अन्य विशेष कार्यक्रमों के दौरान अक्सर इस पत्ते पर भोजन परोसा जाता है।" प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर द्वारा आयोजित रात्रिभोज में सोहारी पत्ते पर भोजन परोसा गया, जिसका त्रिनिदाद और टोबैगो के लोगों, खासकर भारतीय मूल के लोगों के लिए बहुत सांस्कृतिक महत्व है। यहां, त्यौहारों और अन्य विशेष कार्यक्रमों के दौरान अक्सर इस पत्ते पर भोजन परोसा जाता है।
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/04/pm-narendra-modi-2025-07-04-10-55-55.jpg)
The dinner hosted by Prime Minister Kamla Persad-Bissessar had food served on a Sohari leaf, which is of great cultural significance to the people of Trinidad & Tobago, especially those with Indian roots. Here, food is often served on this leaf during festivals and other special… pic.twitter.com/KX74HL44qi
— Narendra Modi (@narendramodi) July 4, 2025
त्रिनिदाद की धरती पर भारत की सुगंध: सोहारी पत्ते का अनोखा आतिथ्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की त्रिनिदाद और टोबैगो यात्रा हमेशा यादगार रहने वाली है, खासकर उस अनोखे पल के लिए जब उन्हें वहां की प्रधानमंत्री महामहिम कमला प्रसाद-बिसेसर द्वारा आयोजित रात्रिभोज में सोहारी पत्ते पर भोजन परोसा गया। यह कोई सामान्य बात नहीं थी, बल्कि यह त्रिनिदाद और टोबैगो की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और भारत के साथ उनके गहरे ऐतिहासिक जुड़ाव का प्रतीक था। यह दृश्य देखकर हर भारतीय का मन गर्व से भर उठा होगा।
सोहारी पत्ता, जिसे स्थानीय भाषा में 'अरारोट' पत्ता भी कहते हैं, त्रिनिदाद और टोबैगो के लोगों, खासकर भारतीय मूल के निवासियों के लिए एक विशेष महत्व रखता है। यह सिर्फ एक पत्ता नहीं, बल्कि वहां की परंपरा और आतिथ्य का अभिन्न अंग है। त्योहारों और विशेष आयोजनों पर अक्सर इसी पत्ते पर भोजन परोसा जाता है। यह प्रथा दर्शाती है कि कैसे भारतीय संस्कृति ने कैरेबियाई धरती पर अपनी जड़ें जमाई हैं और वहां की पहचान का हिस्सा बन गई है। क्या आपने कभी सोचा था कि दूर देश में भारतीय संस्कृति की ऐसी गहरी छाप मिलेगी?
At the dinner in Port of Spain, met Mr. Rana Mohip, who had sung ‘Vaishnava Jana To’ when we marked the 150th Jayanti of Mahatma Gandhi a few years ago. His passion towards Indian music and culture is appreciable. https://t.co/urbfBqKARJpic.twitter.com/achEXirWP9
— Narendra Modi (@narendramodi) July 4, 2025
सोहारी पत्ता: सिर्फ भोजन नहीं, भावना है!
सोहारी पत्ता, जिसे वैज्ञानिक रूप से Maranta arundinacea के नाम से जाना जाता है, केवल एक प्राकृतिक प्लेट नहीं है। यह त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय त्योहारों और रीति-रिवाजों का एक अविभाज्य हिस्सा है। यह दर्शाता है कि कैसे भारतीय परंपराओं को कैरेबियाई संस्कृति में आत्मसात कर लिया गया है। यह प्रथा उस दौर की याद दिलाती है जब थालियां कम थीं और प्रकृति ने ही भोजन परोसने का सबसे शुद्ध और प्राकृतिक तरीका प्रदान किया था।
pm modi