Advertisment

Pope Francis की हालत गंभीर, जानिए Health को लेकर आया अपडेट

एक कार्डिनल ने कहा कि पोप फ्रांसिस अपने गृह देश के अस्पताल में भर्ती हैं, उनकी हालत गंभीर है। पोप के द्वारा पद छोड़ने के फैसले पर कार्डिनल्स की बैठक बुलाई जाएगी।

author-image
Dhiraj Dhillon
Pope Francis

Pope Francis Photograph: (IANS)

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00
तिरुवनंतपुरम, आईएएनएस।
Advertisment
 
पोप फ्रांसिस के स्वास्थ्य को लेकर बुधवार को अहम जानकारी सामने आई है। एक कार्डिनल ने कहा कि पोप फ्रांसिस अपने गृह देश के एक अस्पताल में भर्ती हैं और हालत अभी भी गंभीर, लेकिन स्थिर बनी हुई है। आईएएनएस से बात करते हुए एक भारतीय कार्डिनल ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि पोप की हालत अभी भी वैसी ही बनी हुई है। 
Advertisment

कार्डिनल करते हैं पोप का चुनाव

कार्डिनल ने कहा, "सामान्य नियम यह है कि अगर कोई पोप पद छोड़ने का फैसला करता है, जैसा कि साल 2013 में उनके पूर्ववर्ती पोप बेनेडिक्ट-16 ने किया था, तो सभी कार्डिनल्स की एक बैठक बुलाई जाती है और सेवानिवृत्त होने का फैसला लिया जाता है। यहां तक ​​कि जब मैं कहता हूं कि यह सामान्य नियम है, तो यह बैठक के बिना भी हो सकता है।" निर्वाचक मंडल में शामिल 80 वर्ष से कम आयु वाले सभी कार्डिनल पोप के चुनाव के लिए मतदान करते हैं।
Advertisment

भारत में हैं चार कार्डिनल

भारतीय कार्डिनल ने पहचान न बताने की शर्त पर कहा, "अभी तक ऐसी कोई बैठक नहीं बुलाई गई है।" बता दें कि भारत में वर्तमान में चार कार्डिनल हैं। कार्डिनल ने कहा, "वोटिंग अधिकार रखने वाले सभी कार्डिनल पोप के पद के लिए पात्र हैं। उन्होंने कहा पूरी दुनिया में लगभग 130 कार्डिनल हैं, जो अगले पोप को चुनने के लिए मतदान कर सकते हैं, लेकिन अगर 80 वर्ष से अधिक आयु के कार्डिनल की कुल संख्या ली जाए, तो यह संख्या और भी अधिक है।" 

वेटिकन में रहते हैं भारत के सबसे युवा कार्डिनल

Advertisment
कार्डिनल ने कहा, "भारत के चार कार्डिनल में से एक मई में 80 वर्ष की आयु को पार कर जाएंगे।" उन्होंने यह भी बताया कि केरल और भारत के सबसे नए कार्डिनल कैथोलिक पादरी जॉर्ज जैकब कूवाकड हैं, जिन्हें पिछले साल दिसंबर में पादरी से कार्डिनल के उच्च पद पर पदोन्नत किया गया था, जबकि कई अन्य लोग अपने पद पर नियुक्त होने से पहले बिशप थे। कार्डिनल ने कहा, "यह नया कार्डिनल वेटिकन में रहते हैं और वहां बने हुए हैं।" 

केरल में तीन कैथोलिक रीति- रिवाज हैं

केरल में तीन कैथोलिक रीति-रिवाज हैं, जिनमें सीरो-मालाबार, लैटिन और सिरो मलंकारा चर्च शामिल हैं। इन तीन चर्चों में केरल के 50 प्रतिशत से अधिक ईसाई शामिल हैं, जो राज्य की 3.30 करोड़ आबादी का लगभग 17 प्रतिशत है।
Advertisment
Advertisment