/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/03/blast-34-2025-07-03-17-16-41.png)
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: कभी घनिष्ठ सहयोगी रहे रूस और अजरबैजान के रिश्तों में अब खटास आ गई है। पाकिस्तान के दोस्त Azerbaijan को Russia ने दिखाई उसकी औकात दिखा दी है। बीते साल के अंत से दोनों देशों के बीच संबंध लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। अब स्थिति ऐसी हो गई है कि दोनों देश एक-दूसरे के नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। इस पूरे घटनाक्रम में यूक्रेन की एंट्री ने हालात को और जटिल बना दिया है, जिससे रूस की नाराजगी और बढ़ गई है।
विमान रूस की एयर डिफेंस द्वारा दागी गई
अजरबैजान ने अतीत में पाकिस्तान और तुर्की के साथ मिलकर भारत के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया था, लेकिन अब खुद वह रूस के साथ तनावपूर्ण स्थिति में फंस गया है। दोनों देशों के बीच टकराव का आगाज 25 दिसंबर 2024 को हुआ, जब अजरबैजान एयरलाइंस का एक पैसेंजर जेट बाकू से रूस के ग्रोज़्नी जा रहा था और क्रैश हो गया। जांच में सामने आया कि विमान रूस की एयर डिफेंस द्वारा दागी गई एक मिसाइल की चपेट में आ गया, जिससे उसे आपात लैंडिंग करनी पड़ी और वह पश्चिमी कजाकिस्तान में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में 67 यात्रियों में से 38 की मौत हो गई।
विक्ट्री डे परेड के निमंत्रण को ठुकराया
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसे "दुखद दुर्घटना" बताया और अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव से माफी मांगी, लेकिन उन्होंने जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया। अलीयेव ने रूस पर घटना को छुपाने का आरोप लगाया। इसके बाद उन्होंने मई में रूस द्वारा भेजे गए विक्ट्री डे परेड के निमंत्रण को ठुकरा दिया। जून में यूक्रेन के विदेश मंत्री की बाकू यात्रा ने तनाव को और बढ़ा दिया। सबसे ताजा विवाद 27 जून को सामने आया जब रूस के शहर येकातेरिनबर्ग में पुलिस ने अजरबैजानी समुदाय के कई घरों पर छापा मारा। दशकों पुराने एक मर्डर केस के सिलसिले में हुई इस कार्रवाई में दो अजरबैजानी मूल के भाइयों—हुसैन और जियाद्दीन सफारोव—की मौत हो गई और कई घायल हो गए। पोस्टमॉर्टम में पता चला कि दोनों की मौत पुलिस की पिटाई से हुई। इसके बाद अजरबैजान ने रूस के साथ सभी प्रस्तावित मीटिंग्स और सांस्कृतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए।
तस्वीरों में उनके चेहरे बुरी तरह सूजे हुए दिखे
इसके जवाब में अजरबैजान की पुलिस ने बाकू स्थित रूसी न्यूज एजेंसी 'स्पूतनिक' के ऑफिस पर छापा मारा और उसके सात कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही ड्रग्स और साइबर क्राइम के आरोप में आठ अन्य रूसी नागरिक भी पकड़े गए, जिनकी तस्वीरों में उनके चेहरे बुरी तरह सूजे हुए दिखे। यह घटनाक्रम रूस में गुस्से का कारण बना, और कई लोगों ने अजरबैजान पर कड़ा एक्शन लेने की मांग की।
अजरबैजान ने इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की
Advertisment
जवाबी कार्रवाई में रूस ने येकातेरिनबर्ग से एक अजरबैजानी समुदाय के नेता और उनके बेटे को हिरासत में ले लिया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में रूसी स्पेशल फोर्सेज को उनकी कार के शीशे तोड़ते और उन्हें बाहर खींचते देखा गया। अजरबैजान ने इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की है और रूस से जवाबदेही की मांग की है। स्थिति और बिगड़ी जब अलीयेव ने तनाव पर चर्चा के लिए यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बात की। जेलेंस्की ने अजरबैजान को समर्थन देने की बात कही। इस पर क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव ने कहा कि यूक्रेन दोनों देशों के बीच "आग में घी" डालने का काम कर रहा है। russia
Advertisment