/young-bharat-news/media/media_files/2025/10/22/crown-prince-mohammed-bin-salman-2025-10-22-23-36-13.jpg)
रियाद, वाईबीएन न्यूज। सऊदी अरब ने अपने 50 साल पुराने वर्कर स्पॉन्सरशिप प्रोग्राम, जिसे कफाला सिस्टम कहा जाता था, को समाप्त कर दिया है। यह फैसला जून, 2025 में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (एमबीएस) की विजन 2030 सुधार योजना के तहत किया गया। इस कदम से मिडिल ईस्ट में रहने वाले लगभग 1.34 करोड़ माइग्रेंट वर्कर्स, जिनमें बड़ी संख्या में भारतीय शामिल हैं, के अधिकारों और जीवन में सुधार होगा।
1950 के दशक में लागू हुआ था यह सिस्टम
कफाला सिस्टम 1950 के दशक में लागू हुआ था और इसके तहत मालिक अपने कर्मचारियों के कानूनी स्टेटस, रहने की जगह, नौकरी बदलने और देश छोड़ने पर पूरा नियंत्रण रखते थे। इस प्रणाली में श्रमिक अक्सर शोषण और अमानवीय परिस्थितियों में काम करने को मजबूर थे। भारतीयों सहित कई माइग्रेंट वर्कर्स इसके शिकार रहे हैं। उदाहरण के लिए 2016-17 में उडुप्पी की जैसिंथा मेंडोंका को सऊदी अरब में गंभीर शोषण का सामना करना पड़ा था।
अब नया कॉन्टैक्ट बेस्ड सिस्टम होगा लागू
कफाला सिस्टम के खत्म होने के बाद नया कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड सिस्टम लागू होगा। इसके तहत वर्कर्स बिना एम्प्लॉयर की अनुमति के नौकरी बदल सकेंगे, इलेक्ट्रॉनिक रूप से अपने एम्प्लॉयर को सूचित करेंगे और परमानेंट ट्रैवल की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। इससे विदेश में काम करने वाले भारतीयों के अधिकार और सुरक्षा मजबूत होंगे और उनकी जॉब मोबिलिटी आसान होगी।
saudi arabia | saudi arabia news