नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
अमेरिका द्वारा अवैध अप्रवासियों को भारत भेजे जाने को लेकर देश में हंगामा मचा हुआ है, ये हंगामा अप्रवासियों के निर्वासन पर नहीं बल्कि निर्वासन के तरीके को लेकर है। अमेरिका ने अपने सैन्य विमान से भारत से 104 अवैध अप्रवासियों को निर्वासित किया। जब उन लोगों को लेकर विमान पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरा तो भारत के लोगों ने जो दृश्य देखा उससे पूरे देश में गुस्से का माहौल है, हमारे ही लोगों को हथकड़ी और बेड़ियों में बांधकर लाया गया, जिसके बाद भारतीय राजनीति में हंगामा मच गया, भारतीय विपक्ष इसके खिलाफ आवाज उठा रहा है, इस मुद्दे पर संसद में भी हंगामा हुआ।
जिसके बाद सरकार की तरफ से विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कमान संभाली, वो राज्यसभा में आए और सभी सवालों का चुन-चुन कर जवाब दिया। उन्होंने अमेरिका द्वारा निर्वासन पर भारत का रुख स्पष्ट किया। इस दौरान उन्होंने उन कबूतरबाजों को भी चेतावनी दी जिनकी वजह से हमारे ही लोगों को हथकड़ी लगाई गई।
अमेरिका से निकाले गए इन 104 भारतीयों को बुधवार को अमृतसर एयरपोर्ट लाया गया। इनमें से ज़्यादातर हरियाणा, पंजाब और गुजरात के थे। जैसे ही इन्हें हथकड़ी लगाए जाने की खबर फैली, संसद में हंगामा मच गया। जिसके बाद विदेश मंत्री जयशंकर संसद में आए और सभी सवालों के जवाब दिए। उन्होंने साफ कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है। उन्होंने आंकड़े दिखाते हुए कहा कि इससे पहले भी अमेरिका से ऐसे अवैध अप्रवासियों को निकाला गया है। हालांकि, इस दौरान उन्होंने कुछ ऐसी बातें कहीं जिन पर ध्यान देने की ज़रूरत है।
विदेश मंत्री इस मामले को लेकर काफी नाराज दिखे
उन्होंने उन लोगों को चेतावनी दी जिनकी वजह से देश को ये दिन देखने पड़ रहे हैं। विदेश मंत्री ने उन लोगों को चेतावनी दी है जिन्होंने मोटी कमाई के लिए लोगों को गधा मार्ग के चक्रव्यूह में धकेला है, जयशंकर ने कहा कि हमने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अमेरिका से निकाले गए सभी लोगों के साथ बैठें। उनसे बात की जाए और पता लगाया जाए कि ये लोग अमेरिका कैसे गए। उन्हें किन एजेंटों ने भेजा, वे कौन थे और कहां से आए थे। माना जा रहा है कि सरकार अब इस नेटवर्क को खत्म करने पर नए सिरे से काम शुरू कर सकती है।