नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क ।
america news : डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद, अमेरिका की इमिग्रेशन नीतियां पहले की तुलना में बेहद सख्त हो गई हैं। पर्यटकों और प्रवासियों को बॉर्डर पर ही हिरासत में लिया जा रहा है। अधिकारियों को यात्रियों के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस चेक करने का अधिकार है। इन सारी गतिविधियों से अमेरिका जाने वाले यात्रियों में भ्रम की स्थिति है। यहां सभी सवालों के जवाब दिए गए हैं:
क्या वैध वीजा होने पर भी एंट्री रोकी जा सकती है ?
हां, वैध Visa होने के बावजूद america में एंट्री रोकी जा सकती है। किसी तरह का संदेह होने पर वैध वीजा होने के बाद वे आपको एयरपोर्ट से वापस कर सकते हैं। आपको हिरासत में लेकर बाद में वहां से डिपोर्ट कर सकते हैं।
वैध वीजा पर भी नहीं मिली एंट्री तो आगे क्या ?
अगर आपके पास वैध वीजा है और फिर भी इमिग्रेशन अधिकारी एंट्री से रोक देते हैं तो आमतौर पर आपको वापस भेजने का ऑप्शन दिया जाता है। यानी कि आप स्वेच्छा से अपने देश लौट सकते हैं, लेकिन आमतौर आपका वीजा रद्द कर दिया जाता है। हां अगर आप यहां वापस जाने से इनकार करते हैं तो अधिकारियों के पास आपको हिरासत में लेने के बाद औपचारिक रूप से डिपोर्ट करने का अधिकार होता है।
अगर हिरासत में ले लिया तो फिर क्या ऑप्शन है ?
वकील का अधिकार: अमेरिका में हिरासत में लिए गए यात्रियों को कानूनी सलाह लेने का अधिकार मिलता है। ऐसे में एडवोकेट से संपर्क करें। अगर आपका वकील का खर्च नहीं उठा सकते हैं तो आपको सार्वजनिक वकील दिया जाता है।
चुप रहने का अधिकार: वहां चुप रहने का अधिकार भी है। यानी कि आप अधिकारियों से कह सकते हैं कि आप एडवोकेट के बिना कोई बयान नहीं देना चाहते हैं। हालांकि, आप पहचान और यात्रा दस्तावेजों के बारे में जानकारी देने ही होगी।
मानवीय व्यवहार किए जाने का अधिकार: हिरासत के दौरान अमेरिकी अधिकारियों को आपके साथ सम्मान पूर्वक व्यवहार करना होगा। भोजन, पानी और चिकित्सा देखभाल जैसी बुनियादी जरूरतें पूरी करनी होंगी।
क्या अधिकारी आपका लैपटॉप या फोन चेक कर सकते हैं?
हां, अमेरिकी कस्टम्स और बॉर्डर प्रोटेक्शन अधिकारी आपकी परमिशन के बिना और किसी ठोस कारण के बिना भी आपका लैपटॉप या फोन या फिर कोई अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की जांच कर सकते हैं। उसके डेटा को देख सकते हैं, उन्हें इसका अधिकार मिला हुआ है। हालांकि, कई संगठनों ने इस नियम को निजता के अधिकार का उल्लंघन बताया है। फिर भी अमेरिकी कोर्ट ने अभी तक इस नियम को अवैध नहीं माना है।
अमेरिका में प्रवेश के लिए क्या है अतिरिक्त जानकारी
अमेरिकी अधिकारियों के पास यात्रियों के इरादों पर संदेह जताकर उन्हें हिरासत में लेने या वापस भेजने का अधिकार होता है। अमेरिकी नागरिक अगर पासवर्ड न दें तो भी उनकी एंट्री में कोई रुकावट नहीं आएगी। लेकिन पर्यटकों या दूसरी तरह के वीजा पर आए लोगों के साथ ये हो सकता है। इससे कई दूसरी तरह की जांच भी शुरू हो सकती है। अमेरिका के साथ कई देशों के संबंध उतने अच्छे नहीं है।
donald trump ने राष्ट्रपति बनते ही एक कार्यकारी आदेश जारी किया था, उस आदेश में ट्रंप ने साफ कहा था कि विदेशी नागरिकों की सुरक्षा जांच को और ज्यादा व्यापक किया जाएगा।