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China ने दुनिया को दिखाए अपने सबसे घातक हथियार | यंग भारत न्यूज Photograph: (IANS)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । चीन ने एक विशाल सैन्य परेड में अपनी सबसे शक्तिशाली और घात मिसाइलों, ड्रोन और लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन किया। इस परेड ने पूरी दुनिया को चौंका दिया। रक्षा विश्लेषकों का मानना है कि यह शक्ति प्रदर्शन केवल एक समारोह नहीं, बल्कि एक कूटनीतिक संदेश है। 20वीं सदी के सबसे बड़े युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ पर चीन की राजधानी बीजिंग में हुई भव्य सैन्य परेड ने दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया।
राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अगुवाई में चीन ने पहली बार दुनिया के सामने अपने सबसे खतरनाक, घातक और उन्नत हथियार पेश किए। इनमें इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें, 'कैरियर किलर' कही जाने वाली मिसाइलें और पानी के अंदर चलने वाले अत्याधुनिक ड्रोन शामिल थे। दुनिया को दहलाने वाले 'ड्रैगन' के सबसे घातक हथियार इस परेड में दिखाए गए।
DF-5C: महाद्वीपों को पार करने वाली मिसाइल, यूएस तक मारक क्षमता
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DF-5C एक इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है जिसकी मारक क्षमता 13,000 किलोमीटर से अधिक है। यह एक साथ 10 वॉरहेड्स ले जा सकती है, जिससे यह एक ही बार में कई लक्ष्यों को निशाना बना सकती है। इस मिसाइल का प्रदर्शन अमेरिका जैसे देशों के लिए एक सीधी चेतावनी माना जा रहा है।
DF-26D: 'गुआम किलर' का खौफ
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इसे 'गुआम किलर' के नाम से भी जाना जाता है। डीएफ-26D एक एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसे पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी नौसैनिक ठिकानों, खासकर गुआम को निशाना बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। 5,000 किलोमीटर की रेंज वाली यह मिसाइल परमाणु और पारंपरिक दोनों तरह के हथियार ले जा सकती है।
अदृश्य 'ड्रोन' जो पानी में भी घातक
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परेड में दो बड़े पानी के अंदर चलने वाले ड्रोन भी दिखाए गए। ये ड्रोन निगरानी से लेकर हमला करने तक के लिए इस्तेमाल हो सकते हैं। पनडुब्बी विशेषज्ञों के अनुसार, चीन इस तरह के समुद्री ड्रोन के मामले में दुनिया में सबसे आगे निकल गया है। चीन ने हाल ही में अपनी सैन्य परेड में कई अत्याधुनिक हथियार और सिस्टम दिखाए, जिनमें हाइपरसोनिक मिसाइलें, स्टील्थ विमान और उन्नत ड्रोन शामिल हैं।
प्रमुख आकर्षणों में शामिल थे मिसाइलें
नई सीजे-1000 हाइपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल और एचक्यू-29 एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल। एचक्यू-29 को खास तौर पर अंतरिक्ष में मिसाइलों और सैटेलाइटों को निशाना बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
लंबी दूरी की मिसाइलों में 5,000 किलोमीटर रेंज वाली डीएफ-26डी और 13,000 किलोमीटर से ज़्यादा रेंज वाली नई डीएफ-5सी इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल शामिल थीं। एक नई आईसीबीएम, डीएफ-61, को भी दिखाया गया।
लड़ाकू विमान: पहली बार कैरियर-आधारित लड़ाकू विमान जे-35 (एक आधुनिक स्टील्थ फाइटर) और जे-15टी को प्रदर्शित किया गया। एच-6जे लॉन्ग-रेंज बॉम्बर और नए इंजन वाले वाई-20बी ट्रांसपोर्ट विमान भी परेड का हिस्सा थे।
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ड्रोन और मानवरहित सिस्टम: एआई-आधारित ड्रोन और मानवरहित सिस्टम ने भी लोगों का ध्यान खींचा, जो टोही, हमला करने और झुंड में काम करने की क्षमता रखते हैं। नौसेना और थल सेना के लिए मानवरहित वाहनों को भी दिखाया गया।
अन्य सैन्य उपकरण: नए टाइप 99B टैंक (जो 125मीमी तोप से लैस है) और लंबी दूरी के पीएचएल-16 रॉकेट लॉन्चर को भी प्रदर्शित किया गया, जिसे ताइवान स्ट्रेट में हमलों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। परेड में जे-20 और जे-35 जैसे स्टील्थ जेट, डीएफ-31एजी और डीएफ-41 जैसी बैलिस्टिक मिसाइलें, और फुजियान जैसे युद्धपोत भी शामिल थे।
सैन्य परेड में, चीन ने अपनी बढ़ती सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया, जिसमें कई नए और उन्नत हथियार सिस्टम सामने आए। इन हथियारों में हाइपरसोनिक और बैलिस्टिक मिसाइलों से लेकर अगली पीढ़ी के लड़ाकू विमान और मानवरहित सिस्टम शामिल हैं।
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हथियारों का प्रदर्शन हवा में ताकत
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पहली बार प्रदर्शित किए गए जे-35 और जे-15टी कैरियर-आधारित लड़ाकू विमान सबसे महत्वपूर्ण आकर्षण थे। माना जाता है कि जे-35 चीन का सबसे आधुनिक स्टील्थ फाइटर है। एच-6जे लॉन्ग-रेंज बॉम्बर और नए डब्ल्यूएस-20 इंजन से लैस वाई-20बी ट्रांसपोर्ट विमान भी शामिल थे। इसके अलावा, पहला कैरियर-आधारित अवाक्स विमान, केजी-600, जिसकी निगरानी क्षमता 1,200 किलोमीटर तक है को भी पहली बार दिखाया गया।
मिसाइलें और मिसाइल डिफेंस: चीन ने अपनी नई एचक्यू-29 एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल पेश की, जिसे अंतरिक्ष में बैलिस्टिक मिसाइलों और उपग्रहों को निशाना बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। सीजे-1000 हाइपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल भी दिखाई गई। परेड में डीएफ-26डी जैसी लंबी दूरी की मिसाइलें शामिल थीं, जिसे 'गुआम किलर' भी कहा जाता है, साथ ही 13,000 किलोमीटर से अधिक रेंज वाली नई डीएफ-5सी इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल भी दिखाई गई।
जमीन पर ताकत: नए टाइप 99B टैंक को भी प्रदर्शित किया गया, जिसमें एक 125mm तोप और एक लेजर डिफेंस सिस्टम है। इसके अलावा, पीएचएल-16 रॉकेट लॉन्चर भी दिखा, जो लंबी दूरी के हमलों के लिए बनाया गया है।
भविष्य की तकनीक: परेड का एक प्रमुख हिस्सा एआई-संचालित ड्रोन और मानवरहित सिस्टम थे। ये ड्रोन स्टील्थ हमलों, निगरानी और झुंड में काम करने में सक्षम हैं, जबकि नौसेना और सेना के लिए मानवरहित वाहन माइन हटाने और आपूर्ति जैसे काम कर सकते हैं।
चीन ने अपनी सैन्य क्षमताओं को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया, जिसमें जे-20 और जे-35 जैसे स्टील्थ जेट, डीएफ-41 जैसी बैलिस्टिक मिसाइलें और फुजियान जैसा युद्धपोत भी शामिल थे। चीन ने अपनी सैन्य परेड में कई आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन किया, जिनमें नए विमान, मिसाइल और ड्रोन शामिल थे। इन हथियारों ने चीन की बढ़ती सैन्य ताकत को दर्शाया।
China Military Parade 2025 | Hypersonic Missiles | Carrier Killer Missile | Global Security Threat