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पुतिन के इस खास नेता से क्यों चिढ़े Trump! और दे दिया यह आदेश! | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच तीखी जुबानी जंग ने दुनिया में भूचाल ला दिया है। मेदवेदेव ने ट्रंप से एक परमाणु पनडुब्बी की घटना का जिक्र किया, जिससे यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या दोनों महाशक्तियों के बीच तनाव और बढ़ रहा है। यह टकराव केवल जुबानी नहीं, बल्कि गहरी भू-राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता का संकेत है।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब दिमित्री मेदवेदेव ने डोनाल्ड ट्रंप से यह कह दिया कि वह इजरायल और ईरान नहीं हैं। मेदवेदेव, जो अक्सर अपने तीखे बयानों के लिए जाने जाते हैं, ने ट्रंप के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि रूस के साथ युद्ध की स्थिति में अमेरिकी परमाणु पनडुब्बियां तेजी से मॉस्को पहुंच सकती हैं।
दिमित्री मेदवेदेव: सोशल मीडिया पोस्ट से मचा तहलका
रूसी सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया जिसमें उन्होंने लिखा है कि ट्रम्प रूस के साथ अल्टीमेटम का खेल खेल रहे हैं: 50 दिन या 10... उन्हें दो बातें याद रखनी चाहिए:
1. रूस इज़राइल या ईरान नहीं है।
2. हर नया अल्टीमेटम एक ख़तरा और युद्ध की ओर एक कदम है। रूस और यूक्रेन के बीच नहीं, बल्कि उनके अपने देश के साथ। स्लीपी जो वाली राह पर मत जाओ!
Trump's playing the ultimatum game with Russia: 50 days or 10… He should remember 2 things:
— Dmitry Medvedev (@MedvedevRussiaE) July 28, 2025
1. Russia isn't Israel or even Iran.
2. Each new ultimatum is a threat and a step towards war. Not between Russia and Ukraine, but with his own country. Don't go down the Sleepy Joe road!
डोनाल्ड ट्रंप ने भी मचा दिया हड़कंप
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उधर, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी अपने सोशल मीडिया साइट truthsocial.com पर अपने हैंडल @realDonaldTrump पर एक पोस्ट में कहा है कि रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव, जो अब रूसी संघ की सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष हैं, के बेहद भड़काऊ बयानों के आधार पर, मैंने दो परमाणु पनडुब्बियों को उपयुक्त क्षेत्रों में तैनात करने का आदेश दिया है, ताकि ये मूर्खतापूर्ण और भड़काऊ बयान ज़्यादा न हों। शब्द बहुत महत्वपूर्ण होते हैं, और अक्सर अनपेक्षित परिणाम दे सकते हैं, मुझे उम्मीद है कि यह ऐसा नहीं होगा। इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद!
https://truthsocial.com/@realDonaldTrump/114954549017557270
परमाणु पनडुब्बी का जिक्र और उसका असली मतलब
यह मामला सिर्फ जुबानी लड़ाई से कहीं बढ़कर है। मेदवेदेव का परमाणु पनडुब्बी का जिक्र करना सीधे तौर पर रूस-अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव को दिखाता है। यह रूस की सुरक्षा को लेकर उसकी संवेदनशीलता और अपने परमाणु ताकत का प्रदर्शन है। रूस के उप सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष होने के नाते मेदवेदेव का यह बयान रूस की आधिकारिक नीति का हिस्सा माना जा सकता है। यह बयान दोनों देशों के बीच संबंधों में गहरी दरार को उजागर करता है।
ट्रंप और पुतिन: दोस्त या दुश्मन?
डोनाल्ड ट्रंप अपने कार्यकाल के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखने की कोशिश करते थे। हालांकि, इस बार मेदवेदेव का बयान उनके खिलाफ आया है। मेदवेदेव को पुतिन का करीबी माना जाता है, और उनके बयान को अक्सर पुतिन के विचारों का प्रतिबिंब माना जाता है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या पुतिन भी ट्रंप से दूरी बना रहे हैं, या यह सिर्फ एक राजनीतिक दांव है। क्या रूस-अमेरिका के रिश्ते में यह एक नया मोड़ है?
इस तरह की जुबानी जंग दुनिया भर के लिए चिंता का विषय है। रूस-अमेरिका संबंधों में तनाव बढ़ने से वैश्विक शांतिऔर स्थिरता पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। खासकर, यूक्रेन युद्ध और अन्य वैश्विक संकटों के बीच, दोनों महाशक्तियों के बीच सामंजस्य की जरूरत है, न कि टकराव की। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ट्रंप इस पर कोई और प्रतिक्रिया देते हैं या यह मामला यहीं शांत हो जाता है।
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