नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क ।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस की चीन यात्रा इस समय सुर्खियों में है। उनकी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ हुई मुलाकात ने बांग्लादेश के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण संकेत दिए हैं। यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब बांग्लादेश एक नाजुक राजनीतिक और आर्थिक दौर से गुजर रहा है।
मुलाकात का उद्देश्य: कर्ज में राहत और निवेश
मुलाकात का मुख्य एजेंडा बांग्लादेश पर चीन के कर्ज के ब्याज दर में कमी और बांग्लादेश में चीनी निवेश को बढ़ावा देना था। यूनुस ने चीनी राष्ट्रपति से अनुरोध किया कि वे बांग्लादेश पर लगाए गए 3% ब्याज दर को घटाकर 1-2% करें। उन्होंने चीन को बांग्लादेश में विभिन्न विकास परियोजनाओं में निवेश करने के लिए भी आमंत्रित किया।
चीन का बांग्लादेश पर कर्ज: एक महत्वपूर्ण मुद्दा
चीन, जापान, विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक के बाद बांग्लादेश को कर्ज देने वाला चौथा सबसे बड़ा देश है। बांग्लादेश पर चीन का लगभग 7.5 अरब डॉलर का कर्ज है, जो देश की अर्थव्यवस्था पर एक बड़ा बोझ है। यूनुस की इस यात्रा का उद्देश्य इस बोझ को कम करना और बांग्लादेश के आर्थिक विकास को गति देना है।
सहयोग के संभावित क्षेत्र: गारमेंट्स, इलेक्ट्रिक वाहन और प्रौद्योगिकी
यूनुस ने चीन से गारमेंट्स, इलेक्ट्रिक वाहन, हल्की मशीनें, उच्च तकनीकी इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद, चिप निर्माण और सौर ऊर्जा उद्योग में सहयोग मांगा है। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में चीनी निवेश से बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को एक नया आयाम मिलेगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
रूस के साथ मुलाकात: अनाज, उर्वरक और परमाणु ऊर्जा
बाओ फोरम सम्मेलन के दौरान, यूनुस ने रूस के उप-प्रधानमंत्री एलेक्सी ओवरचुक से भी मुलाकात की। रूसी नेता ने बांग्लादेश को अनाज और उर्वरकों के निर्यात में रुचि दिखाई। उन्होंने बांग्लादेश के रूपपुर में बन रहे परमाणु ऊर्जा संयंत्र के विकास पर भी चर्चा की।
बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति: एक महत्वपूर्ण कारक
Bangladesh news : यूनुस का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब बांग्लादेश एक अस्थिर राजनीतिक स्थिति से गुजर रहा है। आगामी चुनाव और राजनीतिक अस्थिरता ने देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है। ऐसे में, चीन के साथ आर्थिक सहयोग बांग्लादेश के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
चीन का दृष्टिकोण: क्षेत्रीय प्रभाव और आर्थिक हित
china news today : चीन का बांग्लादेश में निवेश और कर्ज देने का अपना रणनीतिक और आर्थिक हित है। चीन दक्षिण एशिया में अपना प्रभाव बढ़ाना चाहता है और बांग्लादेश उसके "बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव" का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। चीन बांग्लादेश में बंदरगाहों, ऊर्जा परियोजनाओं और बुनियादी ढांचे में निवेश कर रहा है।
भविष्य की संभावनाएं: सहयोग और चुनौतियां
यूनुस की चीन यात्रा के बाद, बांग्लादेश और चीन के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ने की संभावना है। हालांकि, कुछ चुनौतियां भी हैं। बांग्लादेश को यह सुनिश्चित करना होगा कि चीनी निवेश उसके राष्ट्रीय हितों के अनुरूप हो। उसे कर्ज के जाल में फंसने से बचना होगा और अपने आर्थिक विकास को संतुलित रखना होगा।
यूनुस की चीन यात्रा बांग्लादेश के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह देखना होगा कि चीन बांग्लादेश के अनुरोधों पर क्या प्रतिक्रिया देता है और दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग किस दिशा में आगे बढ़ता है।