धर्मशाला, वाईबीएन डेस्क। पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर भारत के मिसाइल हमले के बाद धर्मशाला हवाई अड्डा अस्थायी रूप से बंद होने के कारण आईपीएल टीमों की यात्रा का कार्यक्रम प्रभावित हुआ है जिन्हें वहां खेलना है।
11 मई को धर्मशाला में होना है मैच
धर्मशाला में बृहस्पतिवार को पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स का मैच होना है । इसके बाद 11 मई को पंजाब और मुंबई इंडियंस का मैच वहां खेला जाना है। धर्मशाला पंजाब किंग्स टीम का दूसरा घरेलू मैदान है । पंजाब टीम को यात्रा संबंधी फिलहाल कोई दिक्कत नहीं है क्योंकि वे इस सप्ताह के अंत तक वहीं रहेंगे । दिल्ली को देखना होगा कि उसके खिलाड़ी वापिस कैसे आयेंगे जिन्हें रविवार को अरूण जेटली स्टेडियम पर गुजरात टाइटंस से खेलना है ।
इस समय सब कुछ अनिश्चित है - बीसीसीआई
मुंबई टीम का यात्रा कार्यक्रम भी अभी अनिश्चित है । बीसीसीआई के एक सूत्र ने पीटीआई से कहा ,‘‘ इस समय सब कुछ अनिश्चित है । टीमों से बात चल रही है और वे भी विचार कर रहे हैं कि हवाई अड्डा बंद रहने पर धर्मशाला से दिल्ली वापिस कैसे आना है ।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ दिल्ली कैपिटल्स के लिये एक विकल्प बस से लौटने का है लेकिन सिर्फ टीमें नहीं बल्कि प्रसारण टीम और उपकरण भी हैं। ’’
भारत ने 18 एयरपोर्ट किए बंद
पहलगाम में आतंकवादी हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ ठिकानों पर मिसाइल हमले किये । इसके बाद से देश में उत्तर और पश्चिम हिस्सों के कम से कम 18 हवाई अड्डे बंद कर दिये गए हैं जिनमें श्रीनगर, जेह, जम्मू, अमृतसर, पठानकोट, चंडीगढ, जोधपुर, जैसलमेर, शिमला, धर्मशाला और जामनगर शामिल है ।
22 अप्रैल को पहलगाम के बाद हुई कार्रवाही
22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में कुछ आतंकियों ने निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाया था, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की मौत हुई थी। पर्यटकों ने बताया था कि आतंकियों ने चुन-चुनकर गोली मारी थी। इस हमले के एक दिन बाद 23 अप्रैल को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट सुरक्षा समिति (सीसीएस) की एक आपात बैठक में पाकिस्तान उच्चायोग को बंद करने और सिंधु जल समझौता खत्म करने की घोषणा की गई थी। साथ ही अटारी एकीकृत चेक पोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद करने और सार्क वीजा छूट योजना (एसवीईएस) के तहत पाकिस्तानी नागरिकों को भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं देने का निर्णय लिया गया था। साथ ही भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश जारी किया गया था।