नई दिल्ली, वाईबीएन स्पोर्टस।
लखनऊ सुपर जायंट्स का आईपीएल 2024 में प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। टीम अंकतालिका में सातवें स्थान पर रही। हालांकि टीम ने सीजन की शुरुआत तीन लगातार जीतों के साथ की थी, लेकिन उसके बाद वह कभी भी लगातार दो मैच जीतने में सफल नहीं हो पाए। कुल चार टीमें 14 अंकों के साथ अपने सफर को समाप्त कर चुकी थीं, लेकिन एलएसजी का नेट रन रेट सबसे खराब था। इसका नतीजा यह रहा कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू को बेहतर नेट रन रेट के कारण प्लेऑफ में जगह मिली, जबकि एसएसजी बाहर हो गई।
इस आईपीएल एलएसजी में नया क्या है?
इस साल एलएसजी में बड़ा बदलाव आया है, क्योंकि टीम ने केएल राहुल को कप्तानी से हटा दिया है। राहुल ने पिछले दो सीजन में टीम को प्लेऑफ तक पहुंचाया था, लेकिन अब उनकी जगह 27 करोड़ रुपये में खरीदे गए ऋषभ पंत को कप्तान बनाया गया है। एलएसजी का पहला मैच पंत की पूर्व टीम दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ विशाखापट्टनम में होगा और पंत के लिए यह मुकाबला विशेष महत्व रखेगा।
यह खिलाड़ी मध्यक्रम को देंगे मजबूती
रिटेन किए गए निकोलस पूरन और आयुष बदोनी के साथ ऐडन मारक्रम और शहबाज़ अहमद एलएसजी के मध्यक्रम को मजबूती देंगे। इसके अलावा, डेविड मिलर और अब्दुल समद जैसे अनुभवी खिलाड़ी टीम के फिनिशिंग कार्य को अंजाम देंगे। मैथ्यू ब्रीत्ज़्के को रिजर्व ओपनर के रूप में टीम में रखा गया है, जिन्होंने अपने वनडे डेब्यू पर 150 रन बनाए थे। वहीं मिचेल मार्श इस सीजन में केवल बल्लेबाजी के लिए उपलब्ध रहेंगे और वे ओपनिंग भी कर सकते हैं।
गेंदबाजी की समस्या
गेंदबाजी की बात करें तो एलएसजी के पास मयंक यादव, मोहसिन ख़ान, आवेश ख़ान और आकाश दीप जैसे भारतीय तेज़ गेंदबाज़ हैं, लेकिन चारों वर्तमान में चोटों से जूझ रहे हैं। इसके चलते दिल्ली की ओर से सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफी में सबसे अधिक विकेट लेने वाले प्रिंस यादव, आकाश यादव और राजवर्धन हंगारेकर पर जिम्मेदारी आ सकती है। इसके अलावा रवि बिश्नोई टीम के प्रमुख स्पिनर के रूप में अपनी भूमिका निभाएंगे।
विदेशी खिलाड़ियों की कमी
एलएसजी के लिए एक और बड़ी चुनौती यह है कि उनके पास सिर्फ़ छह विदेशी खिलाड़ी हैं। आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में विदेशी खिलाड़ियों की अहम भूमिका होती है, और इस कमी का असर एलएसजी की टीम की गहराई पर पड़ सकता है। यह टीम के लिए एक गंभीर चिंता का विषय हो सकता है, क्योंकि विदेशी खिलाड़ियों की कमी से उनकी रणनीति और टीम की मजबूती पर असर पड़ सकता है। इस साल एलएसजी को चोटों से उबरने और विदेशी खिलाड़ियों की कमी को पूरा करने की आवश्यकता होगी, ताकि वह आईपीएल 2025 में अपनी स्थिति को सुधार सके और प्लेऑफ में जगह बना सके।