नई दिल्ली, वाईबीएन स्पोर्ट्स। मैं आ गया हूं बता इंतजाम क्या क्या है... वैभव सूर्यवंशी (vaibhav suryavansh)की पारी को देखकर राहत साहब का ये शेर याद आता है। वाकई में गुजरात टाइटंस( GT ) के पास वैभव का कोई इंतजाम नहीं था। वे बिन मौसम की बरसात की तरह आए और गुजरात को बहा ले गए। लेकिन क्या आपको पता है ? वैभव ने जीत की ये स्क्रिप्ट पहले से ही लिख दी थी। उनके कोच मनीष ने मैच के बाद पूरी कहानी बताई।
कोच से कहा, आज मैं मारूंगा.....
प्रेक्टिस सेशन के दौरान वैभव सूर्यवंशी और उनके कोच के बीच बातचीत हुई। कोच ने जब उनसे पूछा कि वह आगामी मुकाबले के लिए कितने तैयार हैं, तो वैभव ने बिना झिझक जवाब दिया, "सर, मैं आज मारूंगा।" कोच ने पहले तो इस बयान को हल्के में लिया, लेकिन वैभव की आंखों में जो जुनून और आत्मविश्वास था, वह साफ झलक रहा था। इसके जवाब में कोच ने मुस्कराते हुए कहा, "ठीक है, लेकिन दवाब में शांत रहना और टीम के लिए खेलना सबसे जरूरी है।" वैभव ने फिर दोहराया, "सर, आप मुझ पर भरोसा रखिए। आज कुछ अलग होगा।"
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मुझे अंदाजा हो गया था - कोच
वैभव के कोच मनीष ने बताया '' मुझे अंदाजा हो गया था कि आज ये मारेगा। लेकिन ऐसे मारेगा इसका अंदाजा किसी को नहीं था। वह गॉड गिफ्टेल क्रिकेटर है। वह अभी बच्चा है। वह केवल 14 साल है। ईश्वर ने उसे अपार प्रतिभा से नवाजा है। मैं भगवान का शुक्रिया अदा कहना चाहता हूं कि उसके करियर में कुछ भूमिका निभा सका।'' कोच ने आगे बताया कि वैभव हमेशा कहते हैं कि राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें बड़ा मंच दिया है। वह कड़ी मेहनत करने, अच्छा खेलने और अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए द्रण संकल्पित हैं। उनका आखिरी सपना भारत के लिए खेलना है। वह अभी महज 14 साल के हैं। सचिन तेंदुलकरन ने 16 साल की उम्र में भारत के लिए डेब्यू किया था। मुझे यकीन है कि वैभव भी उसी रास्ते पर है।''
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वैभव ने ये रिकॉर्ड किया अपने नाम
वैभव सूर्यवंशी ने सवाई मानसिंह स्टेडियम में गुजरात टाइटंस के खिलाफ 35 गेंदों में शतक बनाकर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के इतिहास में सबसे कम उम्र का खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल कर लिया। सूर्यवंशी (14 वर्ष 32 दिन) ने मनीष पांडे (19 वर्ष 253 दिन), ऋषभ पंत (20 वर्ष 218 दिन) और देवदत्त पडिक्कल (20 वर्ष 289 दिन) को पीछे छोड़ते हुए यह रिकॉर्ड तोड़ा।