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Supreme court में तीन जजों ने ली शपथ, जानिए कौन हैं जस्टिस अंजारिया, बिश्नोई और चंदुरकर?

भारत के मुख्‍य न्‍यायाधीश बी.आर. गवई ने शुक्रवार को अंजारिया, न्यायमूर्ति विजय बिश्नोई और न्यायमूर्ति ए.एस. चांदुरकर को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ दिलाई। इस शपथ ग्रहण के साथ ही उच्‍चतम न्‍यायालय में जजों की संख्‍या अब 34 हो गई है।

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Suraj Kumar
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नई दिल्‍ली, वाईबीएन डेस्‍क। भारत के मुख्‍य न्‍यायाधीश बी.आर. गवई ने शुक्रवार को अंजारिया, न्यायमूर्ति विजय बिश्नोई और न्यायमूर्ति ए.एस. चांदुरकर को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ दिलाई। इस शपथ ग्रहण के साथ ही उच्‍चतम न्‍यायालय में जजों की संख्‍या अब 34 हो गई है। उच्‍चतम न्यायालय की न्‍यायाधीश जस्टिस बेला एम. त्रिवेदी 9 जून को सेवानिवृत्‍त होने वाली हैं। इससे एक पद रिक्‍त हो जाएगा। 

इन जजों के रिटायरमेंट से पद हुए खाली 

केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने 29 मई को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर सुप्रीम कोर्ट के लिए तीन नए न्यायाधीशों की नियुक्ति की घोषणा की। ये नियुक्तियां सुप्रीम कोर्ट में तीन रिक्त पदों को भरने के लिए की गई हैं, जो हाल ही में पूर्व मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना, जस्टिस अभय एस. ओका और जस्टिस हृषिकेश रॉय के सेवानिवृत्त होने के कारण खाली हुए थे।

कौन हैं तीन नए जज ? 

1. जस्टिस एन.वी. अंजारिया

23 मार्च 1965 को अहमदाबाद में जन्मे जस्टिस एन.वी. अंजारिया एक प्रतिष्ठित वकीलों के परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता भी न्यायिक सेवा में कार्यरत थे। उन्होंने एचएल कॉलेज ऑफ कॉमर्स, अहमदाबाद से स्नातक की पढ़ाई की और 1988 में सर एल.ए. शाह लॉ कॉलेज से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद 1989 में यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ, अहमदाबाद से कानून में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की।

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जस्टिस अंजारिया ने अगस्त 1988 में गुजरात उच्च न्यायालय से अपने वकालत करियर की शुरुआत की और संवैधानिक, दीवानी, श्रम और सेवा से जुड़े मामलों में विशेषज्ञता हासिल की। उन्हें 21 नवंबर 2011 को गुजरात हाईकोर्ट का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया और 6 सितंबर 2013 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में पुष्टि मिली। बाद में, उन्होंने 25 फरवरी 2024 को कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।

2. जस्टिस विजय बिश्नोई

26 मार्च 1964 को जोधपुर में जन्मे जस्टिस विजय बिश्नोई ने 8 जुलाई 1989 को अधिवक्ता के रूप में पंजीकरण कराया। उन्होंने राजस्थान उच्च न्यायालय और केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (CAT), जोधपुर में वकालत की। उन्हें 8 जनवरी 2013 को राजस्थान हाईकोर्ट का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया और 7 जनवरी 2015 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में पदभार संभाला। जस्टिस बिश्नोई को 5 फरवरी 2024 को गुवाहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया, जहाँ उन्होंने न्यायिक प्रशासन की बागडोर संभाली।

3. जस्टिस ए.एस. चंदुरकर

7 अप्रैल 1965 को जन्मे जस्टिस ए.एस. चंदुरकर ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट विंसेंट्स हाई स्कूल, पुणे से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने नेस वाडिया कॉलेज और ILS लॉ कॉलेज, पुणे से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। वे 21 जुलाई 1988 को बार में शामिल हुए और मुंबई में प्रैक्टिस की शुरुआत की। वर्ष 1992 में वे नागपुर चले गए, जहाँ उन्होंने विभिन्न अदालतों में वकालत जारी रखी। उनकी न्यायिक सेवा की शुरुआत 21 जून 2013 को बॉम्बे उच्च न्यायालय में अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में हुई।

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