/young-bharat-news/media/media_files/2025/05/06/DYRTetvplO9w9eHXm3IH.jpg)
बैठक करते अधिकारी।
कानपुर, वाईबीएन संवाददाता
नगर निगम मुख्यालय स्थित सभागार कक्ष में मंगलवार को महापौर, आयुक्त, कानपुर मण्डल एवं नगर आयुक्त, नगर निगम की संयुक्त बैठक हुई। इसमें कानपुर महानगर के समग्र विकास के लिए विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित किये जाने की रूपरेखा बनाई गई।
दुबारा अतिक्रमण न होने दे पुलिस प्रशासन
महापौर ने कहा कि नगर निगम द्वारा शहर में जहां भी अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है, वहां पुनः अतिक्रमण न हो, पुलिस प्रशासन इसकी जिम्मेदारी ले। उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा इस बार नाले पर अतिक्रमण हटाते हुए नाला सफाई अभियान भी चलाया जा रहा है। किन्तु पुलिस विभाग का सहयोग नही मिल पा रहा है।
पुलिस नहीं कर रही सहयोग, फिर खुल गईं शराब की दुकानें
लाल इमली के पास अवैध शराब की दुकानें पुनः लग गयी हैं। प्रतिदिन फोटो एवं वीडियोग्राफी भी करायी जा रही है। आयुक्त, कानपुर मण्डल विजयेन्द्र पांडियन ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अतिक्रमण एक गंभीर समस्या है और काफी परेशानियों के बाद अतिक्रमण हटता है। सरकारी सम्पत्ति, सड़क, नाली खंडजा पर अतिक्रमण न हो। ये स्थानीय थाने की जिम्मेदारी होती है। अभी तक जो अतिक्रमण हटाया गया है। उसकी सूची उपलब्ध करा दें। इसमें एक सिटी मजिस्ट्रेट की भी तैनाती की जायेगी।
महापौर ने ली सिंचाई विभाग की नहरों पर अतिक्रमण की जानकारी
महापौर द्वारा कानपुर नगर निगम सीमा के अंतर्गत सिंचाई विभाग की नहरों पर अतिक्रमण और उसमें कूड़ा डाले जाने के सम्बन्ध मे पूछे जाने पर अधिशाषी अभियन्ता सिंचाई विभाग मनोज कुमार ने अवगत कराया नौरैयाखेड़ा से सीटीआई हलुआखाड़ा होते हुए जाने वाली नहर 0-11 किलोमीटर नगर निगम सीमा में पड़ती है, नहरों की सफाई के लिये वर्ष में एक बार शासन से धन मिलता है। कूड़ा हटवाने की जिम्मेदारी सिंचाई विभाग की नहीं है। सिंचाई विभाग की 6 निष्प्रयोज्य नहरें हैं। जिसमें सिंचाई का कार्य बन्द हो गया है। महापौर ने सिंचाई विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि जो 6 निष्प्रयोज्य नहरें हैं, उसका अतिक्रमण हटाकर नगर निगम को हस्तानान्तरित करा दें।
टेनरी के अपशिष्ट पर दी जानकारी
महापौर ने टेनरी से निकलने वाले अपशिष्ट के सम्बन्ध में पूछे जाने पर क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अजीत कुमार सुमन ने अवगत कराया कि टेनरी से निकलने वाले अपशिष्ट को एरीगेशन चैनलों के माध्यम से निस्तारित किया जाता है। इसमें घरेलू उत्प्रवाह भी आ जाता है, जिससे एसटीपी पर दबाव पड़ता है।
शहर में कई स्थानों पर लगे हैं एयर पोल्यूशन कन्ट्रोल डिवाइस
महापौर द्वारा जगह-जगह फैक्टरियों से निकलने वाले धुएं के सम्बन्ध में पूछे जाने पर क्षेत्रीय अधिकारी अजीत कुमार सुमन ने अवगत कराया कि शहर में कई स्थानों पर एपीसीडी (एयर पोल्यूशन कन्ट्रोल डिवाइस) लगवा रहे हैं। जिससे लेड फैक्टरियों पर काफी रोक लगी है। साथ ही जाजमऊ, पनकी, दादानगर, फर्रूखाबाद, के लिये अलग-अलग टीमे बनायी गयी हैं। जिन्हें प्रतिदिन निरीक्षण कर कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया है। गंगा में प्रदूषण हमारे मानको के अनुरूप है। कानपुर में 16 नाले हैं। जिसमें 11 नाले टेप हैं। हेजार्डस प्रदूषण के लिये कानपुर देहात में 2 प्लान्ट है।
एयर क्वालिटी सुधार पर मिलेगी सब्सिडी
आयुक्त, कानपुर मण्डल विजयेन्द्र पांडियन ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कानपुर का एयर क्वालिटी इंडेक्स पिछली बार काफी खराब था। छोटे-2 उद्योग घरेलु स्तर पर भी लगे हुए हैं। एयर क्वालिटी इंडेक्स में सुधार करने के लिये सरकार की ओर से टेक्निकल अपग्रेड करने हेतु धन मिलता है। अभी हमारे पास 175 करोड़ की धनराशि शेष है।कानपुर में 5 लाख तक सबसिडी दे सकते हैं। एनसीआर क्षेत्र में 20 लाख तक सबसिडी दे सकते हैं। जो भी उद्योग फिल्टर या एयर क्वालिटी सुधार हेतु टेक्निकल अपग्रेड करेगा। उसके लिये तुरन्त धन रिलीज कर दिया जायेगा। हेजार्डस प्रदूषण प्लान्ट जो कानपुर देहात में है, वह सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश के अपशिष्ट का निस्तारण करता है।किन्तु अब दोनो कम्पनियॉ रैमके और भारत बायज अतिरिक्त स्थान की मांग कर रही है। कम्पनियों के कार्यो का निरीक्षण करते रहें।
बिना नक्शे के कैसे बन रहीं बिल्डिंगें
महापौर ने कहा कि प्रेमनगर में 5 लोग बिल्डिंग में आग लगने से जलकर मर गये। नगर निगम द्वारा वहॉ का अतिक्रमण हटाया गया था। जिसके कारण बिल्डिंग तक अग्निशमन की गाड़ियॉ पहुंच पायी। संकरी गलियों में 6 मंजिल, 8 मंजिल की बिल्डिंग बन रही है। बिना नक्शे के कैसे बन रही है। दिल्ली में बेसमेन्ट में पानी भरने से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रो की मृत्यु हो गयी। कानपुर में सैकड़ो बिल्डिंग बन गयी है।इसकी जॉच कौन करेगा ? तालाब, चारागाह, सड़क, फुटपाथ पर अतिक्रमण हो रहा है, कौन रोकेगा? सचिव, कानपुर विकास प्राधिकरण अभय कुमार पाण्डेय ने अवगत कराया कि जहॉ पर घटना हुई है।उसी के पास चमनगंज में 20 से अधिक बिल्डिंग सील की गयी थी।
साथ करना होगा नगर निगम और केडीए को काम
आयुक्त, कानपुर मण्डल विजयेन्द्र पांडियन ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कानपुर नगर निगम एवं कानपुर विकास प्राधिकरण दोनों को एक साथ काम करना होगा। व्यावसायिक स्थल कई प्रकार के होते हैं।घरेलु, छोटे, बड़े इत्यादि। नये क्षेत्रों में तो काफी व्यवस्थाये होती हैं। किन्तु पुराने क्षेत्रों संकरी गलियों सहित कई प्रकार की समस्याएं आती है। गर्मी में आग भी तेजी के साथ फैलती है।
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में एडीसीपी ट्रैफिक अर्चना सिंह, अपर नगर आयुक्त, नगर निगम मो.अवेश, अनूप वाजपेयी, मुख्य अभियन्ता पीडब्ल्यूडी रवि दत्त कुमार, मुख्य अभियन्ता, नगर निगम सैय्यद फरीद अख्तर जैदी, एडी स्वास्थ्य डा. संजीव अग्रवाल, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम डा.चन्द्रशेखर इत्यादि उपस्थित रहे।