भगवान परशुराम महासभा की आवश्यक बैठक बुधवार को महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपेश अवस्थी की अध्यक्षता में हुई। इसमें महासभा द्वारा 4 मई 2025 को भगवान परशुराम की शोभायात्रा भव्यता से निकालने पर चर्चा की गई।
सांस्कृतिक विरासत सहेजने के लिए ब्राह्मणों का सहयोग जरूरी
बैठक में भूपेश अवस्थी ने कहा कि अपनी सांस्कृतिक विरासत, आध्यात्मिक शक्ति एवं सनातनी परंपराओं की विरासत को संरक्षित एवं विकसित करने के लिए सभी ब्राह्मणों का सहयोग आवश्यक है।
ऐसी होगी शोभायात्रा, शहर भर में लगेंगे होर्डिंग्स बैनर
इस बार की शोभायात्रा में सबसे आगे बैंड उसके पीछे भगवान परशुराम जी का रथ, उसके बाद मात्र शक्ति तदोपरांत पैदल शोभा यात्री रहेंगे। शोभा यात्रा में चार ध्वनि विस्तारक वाहन के साथ पूरे शहर में होर्डिग, बैनर लगाएं जाएंगे। नगर के प्रमुख मंदिरों में भी बैनर आदि लगाने का प्रयास किया जाएगा। शोभा यात्रा मार्ग को भी सजाने का प्रयास किया जाएगा।
शाम तीन बजे दीप तिराहे से निकलेगी शोभायात्रा
उन्होंने बताया कि शोभा यात्रा के समय में परिवर्तन किया गया है। इस बार शोभा यात्रा सायं 3 बजे दीप तिराहे से प्रारंभ होकर दीप तिराहे पर ही समाप्त होगी। तत्पश्चात प्रसाद एवं भोजन ग्रहण करने के बाद ही शोभा यात्रा की पूर्णता होगी।
जल संरक्षण व वृक्षारोपण अभियान पर बनी सहमति
बैठक में ब्राह्मणों को ब्राह्मणत्व की परंपराओं एवं कार्यों से पहचाना जाए, इस पर भी विचार किया गया। महासभा द्वारा जल संरक्षण एवं वृक्षारोपण कर समाज की सेवा करने एवं जागरूक करने का अभियान चलाने पर सहमति बनी।
बैठक में आए ये लोग
बैठक का संचालन अनिल द्विवेदी ने किया। इस दौरान प्रमुखरूप से श्याम नारायण शुक्ला, विष्णु तिवारी, राजेन्द्र अवस्थी, अखिलेश शुक्ला, अमर नाथ, अशोक तिवारी, राधेश्याम शुक्ला, विकास तिवारी, अखिलेश अवस्थी, अनिल त्रिपाठी, अरुण कुमार मिश्रा, डॉक्टर विपिन शुक्ला, आचार्य कमलेश द्विवेदी, महेश प्रसाद शुक्ला, आदित्य कुमार शुक्ला, आशुतोष मिश्रा आदि शामिल हुए।