छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट में सोमवार को कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में "व्यावहारिक ज्ञान के महत्व" विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का शुभारंभ स्कूल के निदेशक प्रो. सुधांशु पांडया, निदेशक कैंपस एलुमिनाई डॉ. विवेक सचान एवं निदेशक एलुमिनाई डॉ. सुधांशु राय द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं होनी चाहिए प्रबंधन शिक्षा
प्रो. सुधांशु पांडया ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रबंधन शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि विद्यार्थियों को व्यावसायिक दुनिया की वास्तविक समझ भी होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि एमबीए के प्रथम वर्ष के छात्रों को इंटर्नशिप और द्वितीय वर्ष के छात्रों को प्लेसमेंट की संपूर्ण सुविधा प्रदान की जाएगी।
सुनिश्चित किए जाएंगे इंटर्नशिप और प्लेसमेंट के अवसर
डॉ. विवेक सचान ने एलुमिनाई नेटवर्क की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों के सहयोग से वर्तमान छात्रों को इंटर्नशिप और प्लेसमेंट के अवसर सुनिश्चित किए जाएंगे। वहीं, डॉ. सुधांशु राय ने बताया कि कानपुर की प्रमुख औद्योगिक एवं व्यावसायिक इकाइयों में छात्रों के लिए ट्रेनिंग और प्लेसमेंट के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे।
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
इस अवसर पर ट्रेनिंग एवं इंटर्नशिप समिति के सदस्य सौरभ पांडे, पार्थ, प्रांजल, वैष्णवी, आयुषी सहित अनेक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।