छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर में कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक की प्रेरणा और मार्गदर्शन में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा रंगशिला प्रोडक्शन और JIMMC के संयुक्त तत्वावधान में 3 दिवसीय फिल्मेकिंग वर्कशॉप आयोजित की गई। कार्यशाला के अंतिम दिन शुक्रवार को छात्रों को 24 घंटे में फिल्म मेकिंग का चैलेंज मिला। चैलेंज को पूरा करने के लिए छात्र शुक्रवार को कैंपस में अपनी फिल्म की शूटिंग करते नजर आए।
कहानी बताने के लिए केवल तीन मिनट
छात्रों को ए.आई और उसका भविष्य, महिला सशक्तिकरण, स्वच्छता और शताब्दी वर्ष में कैसा होगा सीएसजेएमयू जैसे विषय पर शॉर्ट फिल्म बनानी होगी। छात्रों को अधिकतम 3 मिनट में अपनी कहानी को एक्सपर्ट्स के सामने व्यक्त करना होगा।
डायरेक्टर ने दी सीख, क्वॉलिटी ऑफ वर्क का रखें ध्यान
फिल्म डायरेक्टर अवनीश मिश्रा ने शॉर्ट फिल्म पर बात करते हुए कहा कि छात्र फिल्म बनाते समय क्वॉलिटी ऑफ वर्क का ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि फिल्म मेकिंग के लिए जो थीम आपको दी गई है, उस पर ही काम करे। उन्होंने कहा कि फिल्म मेकिंग में टीम वर्क बहुत महत्वपूर्ण है, छात्रों को इसका भी ध्यान रखना होगा।
स्टोरी राइटर सचिन मालवीय ने सुलझाईं समस्याएं
फिल्म मेकिंग वर्कशॉप में स्टोरी राइटर सचिन मालवीय ने छात्रों को फिल्म निर्माण में आ रही समस्याओं को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहानी के निर्माण से लेकर स्क्रीनप्ले तक के हर चरण को विस्तार से समझाया। सचिन मालवीय ने छात्रों की स्क्रिप्ट में आ रही कमियों को इंगित किया और उन्हें बेहतर बनाने के व्यावहारिक सुझाव दिए। उन्होंने डायलॉग राइटिंग, डेवलपमेंट ऑफ कैरेक्टर और प्लॉट स्ट्रक्चर पर गहराई से चर्चा की। छात्रों ने उनके मार्गदर्शन में अपनी कहानियों को नए दृष्टिकोण से देखा और उनमें सुधार किया। उनकी मदद से छात्रों को कॉन्फिडेंस मिला।
एक्टर शशि भूषण चतुर्वेदी ने भी की छात्रों की भरपूर मदद
फिल्म मेकिंग वर्कशॉप में एक्टर शशि भूषण चतुर्वेदी ने छात्रों की भरपूर मदद की। उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए अभिनय की बारीकियों को समझाया और कैमरे के सामने आत्मविश्वास से प्रस्तुत होने के टिप्स दिए। शशि भूषण ने छात्रों को रियलिस्टिक परफॉर्मेंस देने की तकनीकें भी सिखाईं, जिससे उनकी एक्टिंग में निखार आया। उन्होंने स्क्रिप्ट रीडिंग, इमोशनल एक्सप्रेशन और डायलॉग डिलीवरी पर विशेष ध्यान दिया। छात्रों ने उनके साथ अभ्यास कर अपनी गलतियों को सुधारा और बेहतर बनने की प्रेरणा ली।
विजयी टीमों को मिलेंगे पुरस्कार
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विशाल शर्मा ने बताया कि इस कार्यशाला का समापन समारोह विश्वविद्यालय के तात्या टोपे सीनेट हॉल में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 24 घंटे फिल्म मेकिंग चैलेंज में पहले, दूसरे, तीसरे स्थान पर आने वाली टीमों को पुरस्कृत किया जाएगा। कार्यशाला में डॉ ओम शंकर गुप्ता, डॉ योगेंद्र पांडेय, डॉ रश्मि गौतम उपस्थित रहे।