जनपद स्तरीय समन्वय समिति की पहली बैठक बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में हुई। इसमें शहरी क्षेत्रों में भूजल प्रबन्धन की दीर्घकालिक कार्य योजना बनाई गई। जिलाधिकारी ने कड़े निर्देश दिए कि जिन औद्योगिक, अवसंरचनात्मक, वाणिज्यिक एवं सामूहिक भूजल उपयोगकर्ताओं को भूजल निष्कर्षण हेतु एन0ओ0सी0 जारी की गई है और उनके द्वारा एनओसी की नियत शर्तों के अनुसार जल का रिचार्ज नहीं किया जा रहा है, उनके विरुद्ध नोटिस जारी किया जाए।
10 औद्योगिक इकाइयों को नोटिस जारी करने के निर्देश
जिलाधिकारी ने नियम एवं शर्तों का पालन न करने वाले थ्रेड्स इंडिया लिमिटेड, लोहिया कॉर्प लिमिटेड, अनीसा कारपेट लिमिटेड, शैम टेक्सटाइल, नमस्ते इंडिया फूड्स, (शिवराजपुर यूनिट), स्पाई पिक फूड एल एल पी, जॉन्सन मैथे केमिकल्स, कानपुर प्लास्टिपैक, सुपर टैनरी, हरिओम इंडस्ट्री, औद्योगिक इकाइयों को नोटिस दिए जाने के निर्देश दिए।
पार्कों, तालाबों में करें वर्षा जल संचयन के प्रभावी उपाय
जिलाधिकारी ने अपर नगर आयुक्त नगर निगम को नगरीय क्षेत्रों में स्थित पार्कों एवं तालाबों को चिन्हित कर उनमें वर्षा जल संचयन के प्रभावी उपाय तथा उनके जीर्णोद्धार किये जाने के निर्देश दिये।
रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं
जिलाधिकारी ने कहा कि 100 वर्ग मीटर या उससे ऊपर सभी प्रकार के भूखण्डों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही समस्त सरकारी भवनों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना कराये जाने हेतु सम्बन्धित विभाग को निर्देशित किया गया।
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, अपर नगर आयुक्त, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड, बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, अधिशासी अभियन्ता, जल निगम नगरीय, सहायक अभियन्ता, लघु सिंचाई विभाग, हाइडोलाजिस्ट, भूगर्भ जल विभाग एवं शुभाषिनी शिवहरे फाउन्डेशन से डा० शुभाषिनी खन्ना शामिल रहे।