भारतीय जनता पार्टी के कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र की सभी 52 विधानसभा क्षेत्रों में 8 और 9 अप्रैल को सक्रिय सदस्य सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इस संबंध में पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल ने बताया कि सम्मेलनों का शुभारंभ 8 अप्रैल से होगा तथा 9 अप्रैल तक सभी सम्मेलन संपन्न कर लिए जाएंगे।
सम्मेलनों में होगी आगामी चुनावों की रणनीति पर चर्चा
इन सम्मेलनों का उद्देश्य पार्टी के सक्रिय सदस्यों से संवाद स्थापित करना, संगठनात्मक मजबूती को गति देना तथा आगामी चुनावों की रणनीति पर चर्चा करना है। प्रत्येक सम्मेलन को तीन वक्ता संबोधित करेंगे, जिनमें प्रदेश सरकार के मंत्री, प्रदेश पदाधिकारी, क्षेत्रीय पदाधिकारी एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
सांसद, विधायक, विधान परिषद सदस्य होंगे मुख्य वक्ता
सम्मेलनों में पार्टी के सांसद, विधायक तथा विधान परिषद सदस्य भी मुख्य वक्ता के रूप में भाग लेंगे। इस अवसर पर पार्टी के सक्रिय सदस्य, वरिष्ठ कार्यकर्ता एवं अन्य जिम्मेदार पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहेंगे।
कार्यकर्ताओं को बताएंगे सरकार की योजनाएं
भारतीय जनता पार्टी कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र के मीडिया प्रभारी अनूप अवस्थी ने बताया कि इन सम्मेलनों के माध्यम से पार्टी के मूल सिद्धांतों, केंद्र एवं प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों और संगठन की भावी योजनाओं को कार्यकर्ताओं के बीच विस्तार से साझा किया जाएगा।
दूसरे दिन भी पार्टी के स्थापना दिवस का जश्न
इस बीच क्षेत्रीय कार्यालय में सोमवार को दूसरे दिन भी भाजपा के स्थापना दिवस का जश्न मनाया गया। इसमें सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। भाजपा कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र के मीडिया प्रभारी अनूप अवस्थी ने बताया कि कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र में अत्यंत उत्साह, गौरव और जोश के साथ पार्टी का स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर क्षेत्र के सभी 20845 बूथों पर विशेष कार्यक्रम हुए। कार्यक्रमों में पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल, दक्षिण जिला अध्यक्ष शिवराम सिंह, उत्तर जिला अध्यक्ष अनिल दीक्षित, ग्रामीण जिला अध्यक्ष उपेंद्र पासवान आदि मौजूद रहे।
राष्ट्र प्रथम की भावना से समाज के अंतिम व्यक्ति तक सेवा पहुंचाने का संकल्प
सभी कार्यक्रमों में "राष्ट्र प्रथम" की भावना को केंद्र में रखते हुए कार्यकर्ताओं ने समाज के अंतिम व्यक्ति तक सेवा पहुंचाने के संकल्प को दोहराया। स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण, रक्तदान शिविर, जनजागरूकता रैलियाँ एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियों जैसे विभिन्न रचनात्मक गतिविधियाँ भी आयोजित की गईं।