कानपुर, अमित गुप्ता (Kanpur News)
कानपुर का झकरकटी बस अड्डा जल्द ही फाइव स्टार होटल जैसा दिखेगा। इस बस अड्डे का लुक किसी अंतर्राष्ट्रीय बस अड्डे जैसा दिखेगा यहां आने वाले यात्रियों को महसूस होगा कि वह किसी ऐसे बड्डे से बस पकड़ने आए हैं जहां से कई जनपदों तथा दूसरे प्रदेश के लिये भी बसें जाती हैं। वर्तमान में यह सबसे बड़ा और भीड़ भाड़ वाला बस अड्डा है, यहां से हर दिन करीब 1050 बसें यूपी के अलग-अलग शहरों और दिल्ली के लिए चलती हैं, इसके साथ ही राजस्थान व एमपी की रोडवेज बसें भी आती हैं।
पीपीपी माडल पर बनाया जा रहा है बस अ़ड्डा दो माह से शुरू हो जाएगा काम
झकरकटी बस स्टेशन पर सलाहकार संचालन के पद पर कार्यरत डी के कटियार ने बताया कि जून माह से झकरकटी बस अड्डा दो से तीन साल के लिए बंद कर दिया जाएगा।नए बस अड्डे को पीपीपी मॉडल यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत बनाया जाएगा।टेंडर हो चुका है और मई के आखिरी हफ्ते या जून से निर्माण काम शुरू हो जाएगा। बस अड्डा नए रूप में तैयार होगा, तब यह सिर्फ कानपुर का बल्कि पूरे यूपी का सबसे अत्याधुनिक और सुविधाजनक बस अड्डा बन जाएगा।मॉल, होटल, रेस्टोरेंट, मल्टीप्लेक्स, सुपर स्पेशियलिटी, निचले खंड में यात्रियों के लिए वेटिंग रूम, फूड व किड्स जोन सहित अन्य सुविधाएं होंगी।
मॉल के रूप में विकसित किया जाएगा एक हिस्सा
एक हिस्सा मॉल के रूप में विकसित होगा, साथ ही बड़ी स्क्रीनों पर बसों के आने-जाने का समय व प्लेटफार्म भी दर्शाया जाएगा जिससे यात्रियों को सुविधाएं होंगी।16 प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे, जिनसे एसी और नॉन-एसी दोनों तरह की बसें चलेंगी. इसके साथ ही, बस कर्मचारियों के लिए अलग से भवन भी बनाया जाएगा, रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 100 स्टाफ के लिए ऑफिस भी बनेगा। पूरे प्रोजेक्ट पर लगभग 143 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।झकरकटी को एक मॉडर्न ट्रांसपोर्ट हब के रूप में तैयार किया जाएगा, जिसे भविष्य में मेट्रो स्टेशन से भी जोड़ा जाएगा। बस अड्डे के किनारे शेड लगाए जाएंगे. यहां विभिन्न रूटों की बसें आकर खड़ी होंगी। लंबी रूट की बसों को अलग व नजदीकी रूटों की बसों के लिए अलग शेड होंगे।नया बस अड्डा बनकर तैयार नहीं हो जाता, तब तक झकरकटी से चलने वाली सभी बसों को दूसरे स्थानों से चलाया जाएगा, इसके लिए रावतपुर, सिंहनेर सिटी, पैपर्स फैक्ट्री के पास और कुछ अन्य जगहों पर टेंपरेरी बस अड्डे बनाए जाएंगे।
इस बड्डे पर यह भी होंगी सुविधाएं
- 16 प्लेटफॉर्म संग होंगे मॉल-होटल, हर जिले की बसें मिलेंगी!
- कानपुर का झकरकटी बस अड्डा सबसे बड़ा और भीड़ भाड़ वाला बस अड्डा है, यहां से हर दिन करीब 1050 बसें यूपी के अलग-अलग शहरों और दिल्ली के लिए चलती हैं, इसके साथ ही राजस्थान व एमपी की रोडवेज बसें भी आती हैं।
- जून माह से झकरकटी बस अड्डा दो से तीन साल के लिए बंद कर दिया जाएगा।
- नए बस अड्डे को पीपीपी मॉडल यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत बनाया जाएगा।
- टेंडर हो चुका है और मई के आखिरी हफ्ते या जून से निर्माण काम शुरू हो जाएगा।
- बस अड्डा नए रूप में तैयार होगा, तब यह सिर्फ कानपुर का बल्कि पूरे यूपी का सबसे अत्याधुनिक और सुविधाजनक बस अड्डा बन जाएगा।
- मॉल, होटल, रेस्टोरेंट, मल्टीप्लेक्स, सुपर स्पेशियलिटी, निचले खंड में यात्रियों के लिए वेटिंग रूम, फूड व किड्स जोन सहित अन्य सुविधाएं होंगी।
- एक हिस्सा मॉल के रूप में विकसित होगा, साथ ही बड़ी स्क्रीनों पर बसों के आने-जाने का समय व प्लेटफार्म भी दर्शाया जाएगा जिससे यात्रियों को सुविधाएं होंगी।
- 16 प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे, जिनसे एसी और नॉन-एसी दोनों तरह की बसें चलेंगी. इसके साथ ही, बस कर्मचारियों के लिए अलग से भवन भी बनाया जाएगा, रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 100 स्टाफ के लिए ऑफिस भी बनेगा।.
- पूरे प्रोजेक्ट पर लगभग 143 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।.
- झकरकटी को एक मॉडर्न ट्रांसपोर्ट हब के रूप में तैयार किया जाएगा, जिसे भविष्य में मेट्रो स्टेशन से भी जोड़ा जाएगा।
- बस अड्डे के किनारे शेड लगाए जाएंगे. यहां विभिन्न रूटों की बसें आकर खड़ी होंगी। लंबी रूट की बसों को अलग व नजदीकी रूटों की बसों के लिए अलग शेड होंगे।
- नया बस अड्डा बनकर तैयार नहीं हो जाता, तब तक झकरकटी से चलने वाली सभी बसों को दूसरे स्थानों से चलाया जाएगा, इसके लिए रावतपुर, सिंहनेर सिटी, पैपर्स फैक्ट्री के पास और कुछ अन्य जगहों पर टेंपरेरी बस अड्डे बनाए जाएंगे।