कानपुर, वाईबीएन नेटवर्क
कल्याणपुर में भाजपा नेत्री की एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। घबराहट होने और पैर सुन्न होने की समस्या पर परिजन उन्हें अस्पताल में लेकर पहुंचे थे। परिजनों ने गलत इंजेक्शन लगाने से मौत होने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। उनकी बेटियों ने अस्पताल प्रबंधन पर मारपीट का आरोप लगाया है, हालांकि पुलिस ने मारपीट की घटना से इंकार करते हुए शिकायत के आधार पर कार्रवाई की बात कही है।
परिवार में एक बेटा व तीन बेटियां
आवास विकास-1 निवासी कृष शुक्ला ने बताया कि परिवार में तीन बहनें रिचा, तृप्ति और नैंसी हैं। बुधवार की दोपहर करीब 2 बजे मां सुनीता शुक्ला को परेशानी हुई। इसपर उन्हें कल्याणपुर आवास विकास स्थित अर्शिया अस्पताल ले गए थे। बेटे का आरोप है कि गलत इंजेक्शन देने से मां की हालत बिगड़ गई। अस्पताल प्रबंधन ने करीब 5 बजे के आसपास मां को दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए बोल दिया। मां का शरीर शिथिल पड़ चुका था और कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई।
अस्पताल में हंगामा व मारपीट
भाजपा नेत्री सुनीता शुक्ला की मृत्यु की सूचना मिलते ही स्वजन के अतिरिक्त कई लोग अस्पताल में एकत्र हो गए और हंगामा किया। सुनीता की बेटियों के वीडियो भी देर रात वायरल हो गए, जिसमें उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। देर रात सूचना पर पनकी रोड चौकी प्रभारी सूर्य प्रकाश दुबे पहुंचे और सभी को समझाकर शांत कराया। उन्होंने बताया कि स्वजन से शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए कहा है।
पुलिस प्रशासन ने जारी किया बयान
भाजपा नेत्री सुनीता शुक्ला की मृत्यु के सम्बन्ध में पुलिस की ओर से देर रात बयान जारी किया गया। इसमें बताया गया कि दिनांक 02.04.2025 को रात्रि लगभग 23:00 बजे जरिए दूरभाष थाना कल्याणपुर पर सूचना दी गई कि एक महिला की मृत्यु गलत इलाज के कारण हुई है। मौके पर थाना पुलिस द्वारा जानकारी करने पर सुनीता शुक्ला पत्नी स्वर्गीय गोविंद नारायण शुक्ला निवासी आवास विकास प्रथम थाना कल्याणपुर कानपुर नगर उम्र करीब 56 वर्ष मृतक का शव अपने आवास पर रखा है। परिजनों द्वारा बताया गया कि दिन में करीब 3:30 बजे के करीब उनकी तबीयत खराब होने पर Aashriya हॉस्पिटल लेकर गए थे, जहां पर उनको गलत इंजेक्शन दिये जाने के कारण इलाज के दौरान मौत हो गई है।
इस संबंध में अस्पताल जाकर सीसीटीवी फुटेज देखने एवं पूछताछ के दौरान जानकारी हुई कि सुनीता शुक्ला 3:30 बजे गंभीर अवस्था में परिजनों द्वारा भर्ती कराया गया था, जिनको हार्ट अटैक आया था। उनकी ईसीजी एवं अन्य मेडिकल टेस्ट आदि किए गए थे तथा परिजनों की इच्छानुसार रीजेंसी अस्पताल रेफर किया गया था, जहां पर उनकी मृत्यु हुई है। जांच से पीड़ित परिवार के साथ मारपीट का कोई तथ्य प्रकाश में नही आया। पीड़ित परिवार से वार्ता कर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है।