कानपुर, वाईबीएन नेटवर्क (Kanpur News)
कानपुर जलकल विभाग एवं अभियन्त्रण विभाग की बैठक में महापौर प्रमिला पांडेय ने गर्मी में वाहन धुलाई केंद्रों को दो माह के लिए बंद कराने के निर्देश दिए हैं। सके साथ अवैध तरह से भूगर्भ जल दोहन करने वालों पर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है। साथ ही गर्मी में प्याऊ के लिए इस बार घड़े की जगह 58 वाटर कूलर लगवाए जाने की जानकारी दी गई। महापौर ने नाला सफाई और सीवेज लाइन के बारे में भी जानकारी ली।
श्हर में 202 पंजीकृत धुलाई सेन्टर
महापौर प्रमिला पांडेय की अध्यक्षता वाली बैठक में महाप्रबन्धक जलकल आनन्द कुमार त्रिपाठी ने अवगत कराया कि विभाग में कुल 202 पंजीकृत धुलाई सेन्टर है। पानी के व्यावसायिक उपयोग के लिए भूगर्भ जल विभाग से अनुमति लेनी पड़ती है। महापौर ने निर्देशित किया पंजीकृत धुलाई सेन्टरों को दो माह के लिए बन्द कराएं। कुछ लोग जलापूर्ति विभाग की लाईन में बड़ी मोटर फिट करके जलकल विभाग का पानी बेच रहे हैं। पंजीकृत के अवैध धुलाई सेन्टरों को पूर्णतया हटवाएं, जो सड़क पर की गई बोरिंग भी हटाएं। सहायक अभियन्ता, भूगर्भ जल विभाग अविरल कुमार सिंह ने अवगत कराया कि विभाग में 103 पंजीकृत सेन्टर है, जो बड़ी कम्पनियों के हैं जैसे मारुती, टाटा इत्यादि। ये सेन्टर पानी का रि-साइकिल भी करते हैं। भूगर्भ जल विभाग के पास कर्मचारियों की भी कमी है। आवासीय और कृषि के उपयोग पर हम कार्यवाही नहीं कर सकते हैं। महापौर ने निर्देशित किया कि अवैध बोरिंग के लिए भूगर्भ जल विभाग को कार्यवाही में सहयोग करें।
महापौर ने ली सीवर सफाई की जानकारी
महापौर द्वारा सीवर सफाई के सम्बन्ध में पूछे जाने पर महाप्रबन्धक आनन्द कुमार त्रिपाठी ने बताया कि शहर में 70 किलोमीटर ट्रंक लाइन की सीवर सफाई हो चुकी है। प्याऊ के सम्बन्ध में पूछे जाने पर अपरनगर आयुक्त मोहम्मद अवेश ने अवगत कराया कि इस बार घड़े के स्थान पर 58 वाटर कूलर लगाये जा चुके हैं। महापौर द्वारा सिविल लाइन्स स्थित गुलाब बाबू के हाते में कई वर्षो से सीवर नाला भराव के सम्बन्ध में पूछा गया। इसपर अधिशाषी अभियन्ता आरके सिंह ने अवगत कराया कि मा0 उच्च न्यायालय, इलाहाबाद के निर्देश के क्रम में पाइप लाइन डाली गई है।
अम्बा नर्सिंग होम के बाहर सीवर भराव के सम्बन्ध में पूछे जाने पर अवगत कराया कि 1600 एमएम व्यास की पाइप के स्थान पर जलनिगम द्वारा 800-800 एमएम के दो पाइप डाल दिये गये हैं। इस वजह से प्रतिदिन समस्या बनी रहती है, इसके लिए जल निगम द्वारा एक करोड़ का बजट मांगा गया है। महापौर ने निर्देशित किया नगर निगम के अभियान के साथ जल कल के भी अधिकारी भी रहें, ताकि टीम के साथ जल कल विभाग से सम्बन्धित अवैध बोरिंग, जलकल का दुरूपयोग इत्यादि का निस्तारण हो सके। बैठक में अपरनगर आयुक्त संतोष कुमार यादव, अधिशाषी अभियन्ता नगर निगम जोन-2 दिवाकर भास्कर, जोन-3 राजेश कुमार, जोन-4 आरके तिवारी, जोन-5 कमलेश पटेल, जोन-6 आरके सिंह, अधिशाषी अभियन्ता जलकल जोन-1, राजकुमार सिंह, जोन-2 जगतपाल, जोन-3 नबीला खान, जोन-4 पीके सिंह, जोन-5 रामेन्द्र पाण्डेय, जोन-6, मो0 शमीम उपस्थित रहे।