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जातीय गनगणना पर मनाया जश्न, भाजपा के ओबीसी मोर्चा ने विपक्ष को खड़ा किया कटघरे में

सरकार के जातीय जनगणना के फैसले पर सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के केशव नगर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में जश्न मना। इस दौरान भाजपा ओबीसी मोर्चा कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र ने सरकार का धन्यवाद कर आभार जताया।

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Akhilesh Shukla
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पत्रकारों से बात करते भाजपा नेता।

पत्रकारों से बात करते भाजपा नेता। Photograph: (फोटो-वाईबीएन)

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कानपुर, वाईबीएन संवाददाता 

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सरकार के जातीय जनगणना के फैसले पर सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के केशव नगर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में जश्न मना। इस दौरान भाजपा ओबीसी मोर्चा कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र ने सरकार का धन्यवाद कर आभार जताया।प्रेस वार्ता में नेताओं ने विपक्ष को कटघरे में खड़ा किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल उपस्थित रहे। साथ ही विशिष्ट अतिथि के रूप में जय प्रकाश कुशवाहा प्रदेश उपाध्यक्ष ओबीसी मोर्चा उपस्थित रहे।

लड्डू बांटे, आतिशबाजी से मनाया जश्न 

इस मौके पर ओबीसी मोर्चा के पदाधिकारियों ने ढोल-बैण्ड बाजे बजाकर तथा एक दूसरे को लड्डू खिला कर एवं आतिशबाजी कर जश्न मनाया और यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मनोज राजपूत ने की। कार्यक्रम का संयोजन विनोद पाल ने किया। 

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कांग्रेस ने कभी नहीं दी जातीय जनगणना को प्राथमिकता 

सोमवार को हुई प्रेस वार्ता में भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जातीय जनगणना कराने का निर्णय एक ऐतिहासिक कदम है, जो सामाजिक न्याय की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि 1931 के बाद देश में पहली बार व्यापक जातीय जनगणना का प्रयास किया जा रहा है। देश में सबसे लंबे समय तक राहुल गांधी के पूर्वजों की सरकार रही, परंतु उन्होंने कभी भी जातीय जनगणना को प्राथमिकता नहीं दी। 1951 और 1961 में जब पं. जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री थे, तब भी यह कार्य अधूरा रहा। इंदिरा गांधी के लंबे शासनकाल, फिर 1991 में कांग्रेस सरकार और 2004 से 2014 तक मनमोहन सिंह की सरकार के दौरान भी जातीय जनगणना कराने की मांग को नजरअंदाज किया गया।

2011 के आंकड़े नहीं किए गए सार्वजनिक 

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उन्होंने बताया कि 2011 में भले ही जातीय जनगणना कराई गई थी, लेकिन उसके आंकड़े आज तक सार्वजनिक नहीं किए गए, क्योंकि कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी कि देश में जातीय सच्चाई सामने आए। कांग्रेस हमेशा ओबीसी, एससी वर्ग को भ्रमित करने और वोटबैंक की राजनीति करने में लगी रही। मुस्लिम समाज को भी उनके अधिकारों से वंचित रखा गया, क्योंकि जिन्ना ने भी कभी मुस्लिम समाज की जातिगत पहचान को उजागर नहीं होने दिया था वहीं काम कांग्रेस करती रही।

अब मुस्लिम समाज को भी मिलेगा लाभ 

अब मुस्लिम समाज में भी आर्थिक एवं सामाजिक रूप से पिछड़े वर्ग को जातीय जनगणना होने से लाभ मिल सकेगा। श्री पाल ने कहा कि अब जातीय जनगणना से न सिर्फ सामाजिक न्याय को मजबूती मिलेगी, बल्कि यह भी स्पष्ट होगा कि जो लोग जनेऊधारी बनकर घूमते हैं, उनकी असली जाति क्या है। साथ ही देश को यह भी ज्ञात होगा कि फिरोज गांधी का असली पौत्र कौन है।

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भाजपा पिछड़ा मोर्चा ने भी की वकालत 

भाजपा पिछड़ा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष जय प्रकाश कुशवाहा एवं पिछड़ा मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष मनोज राजपूत ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने सदैव पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग को उचित सम्मान देने का कार्य किया है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह ने अपने कार्यकाल में सामाजिक न्याय समिति का गठन कर पिछड़ों के हक के लिए मजबूत आधार तैयार किया। उन्होंने बताया कि 18 दिसंबर 2018 को समिति की रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया कि पिछड़ा वर्ग के आरक्षण का अधिकतम लाभ कुछ चुनिंदा जाति को मिला है। समिति ने सिद्धांतों, संसाधनों की सामान्य भागीदारी, सामाजिक विविधता और मानव अधिकारों को ध्यान में रखकर अपनी सिफारिशें दी थीं। भाजपा ने सामाजिक संतुलन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 2012 में ही सामाजिक न्याय मोर्चा की स्थापना की थी, जिसकी जिम्मेदारी वर्तमान में प्रकाश पाल के पास है। श्री कुशवाहा ने कहा कि जातीय जनगणना से कमजोर वंचित जातियों को उनका उचित हक मिलेगा और वे सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक रूप से सशक्त बन सकेंगी। भाजपा सामाजिक न्याय के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है और यह जातीय जनगणना उसी दिशा में एक निर्णायक पहल है। प्रेस वार्ता में भाजपा कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र पिछड़ा मोर्चा के अध्यक्ष मनोज राजपूत भी मौजूद रहे। 

कार्यक्रम में ये रहे मौजूद 

कार्यक्रम में क्षेत्रीय पदाधिकारियों में गणेश यादव, राम प्रसाद कनौजिया, संजय विश्वकर्मा, अमित प्रजापति, वी.के साहू, दयाशंकर यादव, जिला अध्यक्ष रमाकांत विश्वकर्मा, अनुभव कटियार, अमरनाथ राजपूत, जिला पदाधिकारियों में अजय शर्मा, पंकज कुशवाहा, नितिन सचान, एल.बी. सिंह पटेल, कुशवाहा अनिल पाल, राघव कश्यप, शालिनी कटियार, प्रभात पाल, महेश पाल, राजकुमार पाल, पप्पू पाल एवं सैकड़ों की संख्या में जिला-मंडल के पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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