पनकी में संदिग्ध हालात में कक्षा नौ के छात्र ने फांसी लगा ली। छोटे भाई के आवाज देने पर जब कमरे से कोई जवाब नहीं मिला तो उसने पिता को फोन कर मामले की जानकारी दी। सूचना पर पहुंचे परिजन दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुए तो छात्र का शव पंखे से रस्सी के सारे लटककता देख सभी के होश उड़ गए। वे बच्चे को फंदे से उतारकर पास के निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत बता दिया।
एनसीसी की ट्रेनिंग से लौटकर उठाया आत्मघाती कदम
पनकी थाना क्षेत्र के शिव नगर डूडा कलोनी निवासी धर्मेन्द्र कुमार पीआरडी जवान हैं। उन्हीं के 15 साल के बेटे रत्नेश ने फांसी लगाकर जान दे दी। परिवार में पत्नी सुमन, छोटा बेटा समीर व बेटी मुस्कान हैं। धर्मेंद्र ने बताया कि बेटा रत्नेश कक्षा 9 का छात्र था और एनसीसी की ट्रेनिंग करता था। शुक्रवार शाम करीब पांच बजे वह एनसीसी की ट्रेनिंग के लिए रनिया रायपुर गया था। वहाँ से वापस आने के बाद वह कमरे में चला गया। काफी देर तक ज़ब कमरे से बाहर नहीं आया तो छोटा भाई समीर उसे बुलाने गया। देर तक दरवाजा खटकाने के बाद भी कमरे से ज़ब कोई आवाज नहीं आई तो समीर ने फ़ोन कर उन्हें जानकारी दी। घटना के समय माँ सुमन भी किसी काम से बाहर गई थी। जानकारी होने पर सभी लोग घर में आ गए। दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुए थे तो बेटे का शव लटक रहा था।
पुलिस बोली, तहरीर के आधार पर होगी कार्रवाई
परिजनों ने 112 नंबर डायल कर घटना की जानकारी पुलिस को दी। पनकी थाने का फ़ोर्स मौके पर पहुंचा और घटना की जांच पड़ताल कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी पनकी मानवेंद्र सिंह ने बताया कि परिजनों की ओर से अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है। न ही कोई आरोप लगाए गए हैं। अगर परिजन कोई तहरीर देते हैं या आरोप लगाते हैं तो मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
पहली मां की मौत से दुःखी रहता था रत्नेश
पिता धर्मेंद्र ने बताया कि रत्नेश की माँ की कुछ साल पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी। इसके बाद से ही वह कुछ उदास रहने लगा था। पहली पत्नी से उनको रत्नेश और छोटा बेटा समीर हुए थे। दूसरी पत्नी सुमन से उनको एक बेटी मुस्कान हुई है। पहली पत्नी की मौत के बाद से वह परेशान रहने लगा था। शायद आत्महत्या के पीछे यही वजह हो।
पड़ोसी भी अवाक, बोले- खुशमिजाज था रत्नेश, करता था सबका आदर
छात्र रत्नेश के फांसी लगाने से हर कोई दुखी है। पुलिस ने जब परिजनों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि बेटा ऐसा खौफनाक कदम उठा सकता है, इस बात की उनको जरा भी भनक नहीं थी। पड़ोसी ने बताया कि रत्नेश खुशमिजाज लड़का था, सभी का आदर और सम्मान करता था। उसने ऐसा क्यों किया, यह समझ में नहीं आ रहा। थाना प्रभारी पनकी ने बताया कि मौके से सुसाइड नोट या कोई ऐसा सुराग हाथ नहीं लगा, जिससे आत्महत्या का कारण साफ हो सके। पुलिस जांच पड़ताल कर रही है।