कानपुर, वाईबीएन संवाददाता (Kanpur News)
शहर के रावतपुर में रहने वाले मर्चेंट नेवी कर्मी विजय कुमार मालवाहक पानी के जहाज में एक प्राइवेट कंपनी में देखरेख का कार्य करता था। हालत बिगड़ने पर उसे इंडोनेशिया के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। सूचना घर में परिजनों का विलाप शुरू हो गया। जानकारी मिलने के बाद रिश्तेदार घर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया।
दो हफ्ते बाद युवक का शव पहुंचा कानपुर
मृत्यु की सूचना मिलने के बाद शव आने के इंतजार में एक एक दिन गिन कर काट रहे परिजनों ने शव देखा तो बिलख पड़े। मृतक युवक का शव करीब 15 दिन बाद रविवार शाम को कानपुर रावतपुर निवास पर पहुंचा। परिजनों ने आज युवक का अंतिम संस्कार बिठूर घाट में किया।
36 घंटे लगातार काम करने से गश खाकर गिरा था विजय
राजमिस्त्री का कार्य करने वाले पिता यदुनाथ ने बताया कि उनका बड़ा बेटा अजय 2012 से मर्चेंट नेवी में प्राइवेट कंपनी में कार्य कर रहा है। वहीं छोटा बेटा विजय (28) 2014 से मर्चेंट नेवी में एक प्राइवेट कंपनी में था। उनके परिवार को पंद्रह दिन पहले सूचना मिली थी कि विजय की तबियत खराब है, उसे इंडोनेशिया के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बेटे से वीडियो कॉलिंग के जरिए बात हुई तो उसने बताया कि वह 36 घंटे से लगातार काम कर रहा था, जिसकी वजह वह गश खाकर जहाज पर गिर गया था। सिर में चोट आने की वजह से उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 11 अप्रैल को सुबह तड़के 4 बजे फोन से सूचना मिली कि विजय की मौत हो गई है। बेटे का शव एक हफ्ते बाद घर आने की जानकारी दी गई लेकिन शव दो हफ्ते बाद रविवार को घर पहुंचा।
पत्नी का रो रो कर है बुरा हाल
रावतपुर आदर्श नगर निवासी विजय की मौत की सूचना जैसे ही घर वालों को मिली तो घर में कोहराम मच गया था पत्नी राजरानी गस्त खाकर गिर गई होश ने के बाद विलाप करते हुए फिर बेहोश हो गई। शव आने के इंतजार में मां रामश्री, बड़ी बहन संतोषी,साक्षी छोटी जया का रो रोकर बुरा हाल है। उनकी आंखे इंतजार में पथरा गईं। वहीं मौत की सूचना के बाद भाई अजय भी घर वापस आ चुका था।
एक महीना पहले ही ड्यूटी पर गया था विजय
पिता ने बताया कि विजय एक माह पूर्व वापस कंपनी में गया था। इस बीच उससे कभी कभी बात होती थी। बेटा जहाज पर ड्यूटी के दौरान कैसे घायल हुआ इसकी भी जानकारी नहीं है। उन्हें जानकारी दी गई है कि शव कानपुर पहुंचने पर समय लग सकता है।
दो साल पूर्व ही थी शादी
पिता ने बताया कि बिठूर के सिंहपर कछार निवासी राजरानी से की शादी की थी, बेटे की 11 जून को शादी की तीसरी मैरिज एनिवर्सरी है। अपने बच्चों को राजमिस्त्री का कम कर पढ़ाया लिखाया। आज अचानक छोटे बेटे की मौत से उन्हें गहरा आघात लगा है। दो हफ्ते इंतजार करने के कारण परिवार की मनो स्थिति बिगड़ गई है।