Advertisment

Kanpur News : रंगे हाथ पकड़ा गया जिलापूर्ति कार्यालय का सहायक वाणिज्य निरीक्षक, कर रहा था गलत डिमांड, अब सलाखों के पीछे

एंटी करप्शन टीम ने एक ठेकेदार की शिकायत पर उसके खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। उसने एफसीआई से कोटेदार की दुकान तक खाद्यान्न पहुंचाने वाले ठेकेदार से किमी की फीडिंग के लिए घूस की मांग की थी।

author-image
Abhishek kumar
एडिट
जि‍लापूर्त‍ि कार्यालय में एंटी करप्‍शन टीम का छापा।

जि‍लापूर्त‍ि कार्यालय सहायक वाणिज्य निरीक्षक गि‍रफ़तार। Photograph: (फोटो- वाईबीएन)

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

 

Advertisment

कानपुर, वाईबीएन नेटवर्क

शहर में भ्रष्टाचारियों पर लगाम लगाने के लिए एंटी करप्शन की टीम सक्रिय है और रिश्वतखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। इसी क्रम में जिलापूर्ति कार्यालय के सहायक वाणिज्य निरीक्षक को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा गया है। एंटी करप्शन टीम ने एक ठेकेदार की शिकायत पर उसके खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। उसने एफसीआई से कोटेदार की दुकान तक खाद्यान्न पहुंचाने वाले ठेकेदार से किमी की फीडिंग के लिए घूस की मांग की थी। इस घटना के बाद से जिलापूर्ति कार्यालय में कर्मियों में भय व्याप्त हो गया है।

कोटेदारों तक खाद्यान्न पहुंचाने का काम करती है फर्म

Advertisment

एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर सूर्य प्रताप सिंह के मुताबिक लखनऊ के थाना पारा के डिप्टी खेड़ा निवासी अभिषेक श्रीवास्तव ने एक अप्रैल को एंटी करप्शन थाने में प्रभारी निरीक्षक को शिकायती पत्र दिया था। इसमें बताया था कि अवध इंटर प्राइजेज नाम से फर्म पंजीकृत है, जो आरएफसी (खाद्य एवं रसद विभाग) में रजिस्टर्ड है। फर्म को मंडलायुक्त कानपुर के अनुमोदन 26 जून के अनुक्रम में एफसीआइ गोदाम से खाद्यान्न कोटेदारों तक पहुंचाने का ठेका वित्तीय वर्ष 2024-25 व 25-26 काे मिला है।

किलोमीटर की फीडिंग को मांगे थे एक लाख

शिकायती पत्र में बताया कि फर्म द्वारा फरवरी व मार्च का काम पूरा होने के बाद जिलापूर्ति अधिकारी कार्यालय में ट्रकों द्वारा तय की गई दूरी किलोमीटर की फीडिंग करने के लिए सहायक वाणिज्य निरीक्षक हिमांशु गुप्ता द्वारा एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई। कई चरण में वार्ता करने व समझाने के बाद भी वह रिश्वत लिये बिना वह फीडिंग के लिए तैयार नहीं हो रहे थे।

Advertisment

शिकायत पर बिछाया जाल

शिकायत पर संज्ञान लेकर एंटी करप्शन निरीक्षक अर्चना शुक्ला ने प्री ट्रैप गोपनीय जांच निरीक्षक सुशील पाराशर को सौंपी। जांच रिपोर्ट में प्रथम दृष्टया शिकायतकर्ता के आरोप सही मिले। इसपर टीम लगाकर रिश्वत मांगने वाले को ट्रैप किये जाने की संस्तुति की गई है। निरीक्षक अर्चना शुक्ला के नेतृत्व में निरीक्षक मृत्युंजय कुमार मिश्र, निरीक्षक सुशील पाराशर की टीम को जिम्मेदारी सौंपी गई। टीम जिला पूर्ति कार्यालय पहुंची और जाल बिछाया।

टीम ने रंगे हाथ किया गिरफ्तार

Advertisment

पूर्व नियोजित योजना के अनुसार शिकायतकर्ता द्वारा दिये गए 10 हजार रुपये वाणिज्य निरीक्षक ने ले लिए। रुपये हाथ में पकड़ते ही एंटी करप्शन टीम ने उसे पकड़ लिया और नोट पकड़ने वाले हाथ धुलवाने पर रंगीन हो गया। टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एंटी करप्शन टीम के इंस्पेक्टर मृत्युंजय मिश्रा ने बताया कि हिमांशू को गिरफ्तार करके कोतवाली ले गए, जहां पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। कोतवाली निरीक्षक सूर्य प्रताप सिंह के मुताबिक तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जा रही है।

kanpur news today
Advertisment
Advertisment