शोधित हुए बगैर गंदा पानी गंगा में गिरने की लगातार आ रही शिकायतों के चलते शनिवार को जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह बनियापुर स्थित 15 एमएलडी एसटीपी का निरीक्षण करने पहुंचे तो यहां उन्हें तमाम खामियां मिलीं। जिलाधिकारी ने जल्द दुरस्त कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने शनिवार को नून नदी में जल रहे कार्य का भी निरीक्षण किया और एक एक काम की समीक्षा कर मौजूद अधिकारियों को गुणवत्ता पूर्ण काम कराने के निर्देश दिये।
एसटीपी, बनियापुर में ये मिलीं खामियां
2019 से सीवर लाइन 1000 एमएम ट्रंक लाइन (डीपीएस स्कूल कल्याणपुर से धानूपुर एलपीएस तक ) और राइजिंग मेन 3350 से पानी आने की आज तक व्यवस्था नहीं की गयी है। इस परियोजना को जुलाई 2024 में पूरा करना था लेकिन उसके बाद नवंबर 2024 तक का समय लिया गया तब भी काम पूरा न किया गया उसके बाद 4 मई 2025 तक कर पूर्ण करने का आश्वासन दिया गया लेकिन आज निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अभी तक उक्त परियोजना पूर्ण नहीं की गई और जुलाई 2025 तक का समय और मांग लिया गया।
काम पूरा कराएं नहीं तो होगी दंडात्मक कार्रवाई
काम पूरा करने में लगातार हो रही देरी पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि यदि 2 जुलाई 2025 तक कार्य पूरा नहीं होता है, तो संबंधित के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी। निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि एसटीपी में लगे लोहे की पाइप पर जंग लगी हुई है पाइप लगाने के समय ही एंटी रस्ट पेंटिंग नहीं की गई थी जिसके कारण पाइप की दशा अत्यंत खराब हो गई है। बता दें कि उक्त परियोजना से थ्योराबाद और नारामऊ वार्ड के सीवेज को संशोधित किया जाना है लेकिन 2019 से आज तक परियोजना में देरी होती गई। इस पर जिलाधिकारी अत्यंत नाराज हुए और जुलाई तक कार्य पूर्ण न होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी।
नून नदी के जीर्णोद्धार कार्य का भी किया निरीक्षण
शनिवार को ही जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह द्वारा आज सैलहा ग्राम पंचायत , शिवराजपुर में हो रहे नून नदी के जीरणोद्धार कार्य का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी महोदय द्वारा काम में तेजी लाने के साथ-साथ और भी बेहतर काम करने के निर्देश दिए गए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि कुल 16 किलोमीटर करवाए जाने वाले काम के सापेक्ष अभी तक लगभग साढ़े आठ किलोमीटर का काम किया जा चुका है। लगभग 29 लाख रुपए का भुगतान श्रमिकों को किया जा चुका है। वहीं, इस दौरान 11747 मानव दिवस सृजित किए गए जिसमें 580 श्रमिकों द्वारा कार्य किया जा रहा है जिसमें 122 महिलाएं है। पाया गया कि 346 मीटर प्रतिदिन खुदाई का कार्य किया जा रहा है।
इस दौरान सीडीओ श्रीमती दीक्षा जैन, परियोजना निदेशक पी एन दीक्षित ग्राम प्रधान समेत अन्य संबंधित अधिकारी व स्थानीय लोग मौजूद रहें।