कानपुर, वाईबीएन
ईद व त्योहारों पर शहर में अमन चैन क़ायम रखने के लिए पुलिस कमिश्नरेट ने पुख्ता तैयारियां की हैं। छतों से निगरानी के लिए पुलिस ऐसे ड्रोन तैनात कर रही है जो कई किलोमीटर दूर खड़े अराजकतत्वों को कैद कर लेंगे। ईद पर इन्हीं ड्रोन कैमरों से निगरानी की तैयारी है। एसीपी ने कहा कि ईद पर सभी लोग शांति से नमाज पढ़कर अपने घरों में जाएं। किसी प्रकार की कोई अफवाह पर ध्यान ना दे अगर कोई अफवाह फैलाता है तो इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें।
चार से पांच किलोमीटर तक की है रेंज, सीसीटीवी से भी होगी निगरानी
एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पाण्डेय ने बताया की इस आधुनिक ड्रोन कैमरे की रेंज करीब चार से पांच किलोमीटर तक की ही। इस रेंज में खड़े उपद्रवियों को भी यह कवर कर सकेगा। क्षेत्र में ड्रोन से निगरानी के आलावा संवेदनशील व अति संवेदनशील एरियाज में सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी की जा रही है।
कीमत तीस लाख, शहर में ऐसे दस ड्रोन कैमरे
एसीपी अभिषेक कुमार पांडेय ने बताया कि इस नये ड्रोन कैमरे की अनुमानित कीमत लगभग तीस लाख रूपये है। इसका उपयोग क्षेत्र के संवेदनशील व अति संवेदनशील एरिया में शांति व्यवस्था बनाए रखने व उपद्रव करने वालों की निगरानी के लिए किया जायेगा। कानपुर में करीब दस ऐसे ड्रोन कैमरों का प्रयोग किया जा रहा है।
एसीपी व एडीसीपी की अपील, सड़क पर न पढ़ें नमाज
एसीपी अभिषेक कुमार व एडीसीपी पश्चिम विजेंद्र द्विवेदी ने शहर के मौलानाओं से बातचीत की और कहा कि ईद के दिन किसी भी क़ीमत पर सड़क पर नमाज न पढ़ें और सड़क पर नमाज पढ़ने वालों को भी समझायें कि ऐसा करने से यातायात बाधित होता है, आम जनमानस को भी आने जाने में दिक्क़त होती है। इन्होंने पुलिस को भरोसा दिलाया कि हमारे समुदाय के लोग पुलिस का हर सहयोग करेंगे। सड़क पर कोई भी व्यक्ति नमाज नहीं पढ़ेगा और ऐसा करने वालों को वह समझायेंगे भी। अगर कोई अराजकतत्व माहौल खराब करेगा तो वह पुलिस को भी सूचना देंगे। पुलिस ने जामा मस्जिद के बाहर खड़े लोगों से भी बातचीत की। कहा, सभी लोग नमाज मस्जिद के अंदर ही पढ़ें। अगर किसी को कोई परेशानी होती है तो इसकी सूचना पुलिस को दें।
एसीपी ने फ़ोर्स को चेताया, लापरवाही हुई तो होगी कार्रवाई
एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडेय ने रामलला मंदिर का निरीक्षण किया। यहां तैनात फ़ोर्स को निर्देशित करते हुए कहा कि जिसकी जहां ड्यूटी लगी है, वहां चौकन्ना रहें। किसी प्रकार की लापरवाही न करें। अगर किसी प्रकार की लापरवाही मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी प्रकार की भी सूचना हो तो पहले सीनियर अधिकारियों को बताएं। उनके दिशा निर्देश के बाद ही कार्रवाई करें।