कानपुर, वाईबीएन नेटवर्क
बिजली विभाग की लापरवाही से कल्याणपुर में दो घंटे तक लाखों की जान सांसत में रही। केस्को के ठेकेदार द्वारा खोदाई कराने जाने से सीयूजीएल की पाइप लाइन फट गई। इससे दो घंटे तक गैस का भीषण रिसाव होता रहा और हवा में फैली दुर्गंध से लोगों का सांस लेना दूभर हो गया। इस दौरान एक किलोमीटर के दायरे में सिर दर्द, बेचैनी, जी मिचलाना और सांस लेने में तकलीफ की समस्या से लोग परेशान दिखे। इसके बाद क्षेत्रीय लोगों ने हंगामा शुरू किया तो सचूना पर पहुंची पुलिस ने समझाकर शांत कराया। कुछ देर बाद सीयूजीएल की आपात टीम आई और लीकेज को बंद किया तब जाकर इलाकाई लोगों ने राहत की सांस ली। सीयूजीएल के कर्मचारियों का कहना है कि बिना परमिशन ही खोदाई की जा रही थी।
बिना परमिशन ट्रांसफॉर्मर में अर्थिंग देने के लिए खोदाई
सीयूजीएल द्वारा शहर के रिहायशी इलाकों में पाइप्ड नेचुरल गैस (PNG) की पाइप लाइन डाल कर घरों में कनेक्शन दिए गए हैं। कल्याणपुर में भी कई जगहों पर अंडर ग्राउंड पाइप लाइन पड़ी है। बगिया क्रासिंग रोड पर चंद्रमौलेश्वर मंदिर के पास सड़क किनारे दो ट्रांसफॉर्मर रखे हैं, जिनमें अर्थिंग देने के लिए केस्को के ठेकेदार द्वारा बुधवार को खोदाई कराई जा जा रही थी। ठेकेदार वीके त्रिपाठी खड़े होकर मजदूरों से काम करा रहा था। खोदाई कर रहे मजदूरों से अचानक सीयूजीएल की पाइप लाइन फट गई और गैस का तेजी से रिसाव शुरू हो गया। इससे मजदूर डर गए और दूर जाकर खड़े हो गए।
लोगो का हंगामा, पुलिस ने कराया शांत
देखते ही देखते गैस का रिसाव बढ़ने लगा।मौके पर इलाकाई लोगों का जमावड़ा लग गया और लोग हंगामा करने लगे।हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से लोगो को शांत कराया और ठेकेदार को हिरासत में लिया, हालांकि पूंछताछ के बाद छोड़ दिया गया। इसके बाद फायर ब्रिगेड और सीयूजीएल को घटना की जानकारी दी गई।
दो घंटे तक गैस की दुर्गंध और स्वास्थ्य कारणों से परेशान हुए लोग
एक किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को गैस लीकेज (Gas Leakage) की वजह से खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। करीब दो घंटे तक सिर दर्द, जी मिचलाना, बेचैनी, त्वचा में जलन और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याओं से लोग परेशान हुए। काफी देर तक गैस की दुर्गंध इलाके में फैली रही।
आपात टीम ने बंद किया लीकेज, लोगों काे मिली राहत
किसी तरह की अनहोनी को रोकने के लिए एक ओर जहां फायर बिग्रेड को सूचना देकर बुला लिया गया वही मौके पर सीयूजीएल की आपात टीम भी मौके पर पहुंची।जिसके बाद कंट्रोल रूम को स्थितियों से अवगत कराकर मुख्य पाइप लाइन की आपूर्ति रोकी गई। इसके बाद पाइप लाइन के लीकेज को ठीक किया गया। लीकेज सही हो जाने के बाद इलाकाई लोगों ने राहत की सांस ली।
केस्को पर लगे गंभीर आरोप
सीयूजीएल के कर्मचारियों ने बताया कि बिना परमिशन खोदाई की जा रही थी, जिसकी वजह से हादसा हुआ। इलाकाई लोगों ने इस दौरान केस्को की कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप लगाए। लोगों ने बताया कि केस्को द्वारा लापरवाही की गई है, जिसकी वजह से हादसा हुआ है। वही पास में राव इंटरप्राइजेस के मालिक सबल राव ने बताया कि केस्को अधिकारी मनमाने ढंग से काम कराते हैं। मकान से सटाकर दो ट्रांसफॉर्मर रख दिए हैं, आज अगर समय रहते लीकेज बंद न होता तो बड़ा हादसा हो सकता था। उन्होंने बताया कि अभी तक सिर में दर्द और त्वचा में जलन हो रही है।
करीब 3 लाख की गैस का नुकसान।
गैस के रिसाव का प्रेशर इतना बढ़ा हुआ था कि सीयूजीएल के कर्मचारी भी पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। मुख्य पाइप लाइन से आपूर्ति रोकी गई तब जाकर लीकेज को ठीक किया जा सका। कंपनी के एरिया इंचार्ज ने बताया कि बिना परमिशन लिए केस्को द्वारा काम कराया जा रहा था। रिसाव से करीब तीन लाख रुपए की गैस का नुकसान हुआ है। फिलहाल गैस आपूर्ति को पुनः चालू कर दिया गया है।