कानपुर, वाईबीएन संवाददाता (Kanpur News)
भाजपा के प्रबुद्ध सम्मेलन में एक पल लोगों को ऐसा लगा कि मानो पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जीवंत हो उठे हों। AI तकनीक के जरिए पूर्व प्रधानमंत्री की वच्र्युल इमेज के साथ संबोधन ने सभी को आश्चर्य चकित कर दिया। वहीं सम्मेलन के मुख्य अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने एक देश एक चुनाव की अपील करते हुए बार बार चुनाव का होना देश के विकास में बाधा बताया।
सीएसजेएमयू में हुआ प्रबुद्ध सम्मेलन
एक देश एक चुनाव मुद्दे को भाजपा न सिर्फ देश व्यापी अभियान बना रही है बल्कि देश भर में समर्थन जुटाने में लगी हुई है। इसी कड़ी में कानपुर के सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के सभागार में आयोजित प्रबुद्ध सम्मेलन में एक देश एक चुनाव के राष्ट्रीय सह संयोजक और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। उनके साथ उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी पहुंचे। दीप प्रज्वलित करके मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के बाद कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। सुनील बंसल ने कहा कि समय समय पर बदलाव किए गए हैं। आज एक देश एक चुनाव की आवश्यकता है, इसे लागू करना देश हित में है। अलग अलग समय और अलग अलग राज्यों में होने वाले चुनाव आम जनता और देश के विकास में बाधा हैं। ये देश के उत्थान में स्पीड ब्रेकर का काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले तीन दशकों से एक वर्ष भी ऐसा नहीं गया, जिसमें देश में कहीं चुनाव न हुए हों।
जब जीवंत हो गए पूर्व प्रधानमंत्री
विश्वविद्यालय में तकनीकी विभाग द्वारा AI के जरिए पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का उद्बोधन तैयार किया गया, जिसमें उनके वच्युर्ल इमेज के जरिये संबोधन में एक देश एक चुनाव को देश हित में बताया। कहा, प्रत्येक वर्ष अलग अलग जगहों पर हो रहे चुनावों से देश का विकास रुकता है। ये देश के उत्थान में रोडा है, एक देश एक चुनाव से आवाम का देश के लोकतंत्र में विश्वाश बढ़ेगा। हम 2047 विकसित भारत संकल्प के कई लक्ष्य प्राप्त कर चुके हैं। ऐसे में एक देश एक कानून लागू होना बेहद जरूरी है। करीब तीन मिनट पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का संबोधन AI के जरिए दर्शाया गया।
पहले भी लागू था एक देश एक चुनाव
सुनील बंसल ने कहा कि वैसे तो अटल जी के एआई संबोधन के बाद कुछ कहने की आवश्यकता तो नहीं है। आजादी के बाद देश में 5 वर्षों में एक बार ही चुनाव होते थे। ये सिलसिला 1951 से लेकर 1967 तक चलता रहा। बाद में कुछ राज्यों की विधानसभा भंग हो गई और राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया, जिसके बाद ये परंपरा बन गई। अब तक कई बार एक देश एक चुनाव की सिफारिशें हो चुकी है। वर्ष 1999 में विधि आयोग ने अपनी रिपोर्ट में एक देश एक चुनाव की सिफारिश की थी, जिसपर नीति आयोग ने भी अपनी रिपोर्ट दी थी। 2015 में संसदीय समिति ने अपनी रिपोर्ट में वन नेशन वन इलेक्शन को देश की जरूरत बताया। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अगुवाई में समिति ने 18626 पन्नों की रिपोर्ट सौंपी थी। इसमें 47 दलों ने अपनी राय दी थी, जिसने 32 राजनैतिक दलों ने समर्थन किया था, जबकि 15 दलों ने विरोध में अपनी राय दी। इसके बाद 191 दिनों के रिसर्च के बाद प्रधानमंत्री मोदी की कैबिनेट ने मंजूरी भी दे दी।
चुनाव कराने में 1400 रुपए प्रतिवोटर का खर्चा
सुनील बंसल ने बताया कि पिछले लोकसभा चुनाव में 1.35 लाख करोड़ रुपए खर्चा हुआ था। पांच वर्ष के अंतराल में 5 से 7 लाख करोड़ रुपये सिर्फ चुनाव कराने में खर्च होता है। प्रति वर्ष चुनाव होते हैं और प्रति वर्ष वोटर लिस्ट भी बनाई जाती है। लोकसभा और विधानसभा के लिए अलग अलग सूची बनाई जाती है। प्रत्येक बार एक वोटर पर 1400 रुपए का खर्च आता है। सरकारी मिशनरी लगती है, उसपर अलग खर्च होता है। संसाधनों पर खर्च होता है। एक देश एक चुनाव से एक बूथ एक वोटर लिस्ट होगी। राजनीति में परिवारवाद से मुक्ति मिल जाएगी और व्यापारियों को बार बार चंदा नहीं देना होगा।
उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने किया स्वागत भाषण
कार्यक्रम में स्वागत भाषण की जिम्मेदारी निभाते हुए उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने मुख्य अतिथि सुनील बंसल की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पहले यूपी में सपा और बसपा बारी बारी सत्ता का स्वाद ले रही थी। ये सुनील बंसल का ही कारनामा था जब 3 चौथाई सीटें लेकर भाजपा यूपी की विधानसभा में पहुंची थी। उनकी योग्यता और दक्षता के कारण ही भाजपा के चाणक्य अमित शाह ने उन्हें भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री पद की जिम्मेदारी दी। वह कार्यकर्ताओं को तलाशना और तराशना बखूबी जानते हैं। वही उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के बारे में बताया कि उन्होंने नेतृत्व क्षमता के बल पर अपने क्षेत्र से लेकर प्रदेश तक का सफर तय किया।
देश की महती आवश्यकता है वन नेशन वन इलेक्शन
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने एक देश एक चुनाव पर बोलते हुए कहा कि आज पूरे भारत में कही न कही चुनाव होते रहते है,बार बार चुनाव विकास कार्यों के लिए अवरोधक का काम करते है।इनमें न सिर्फ सरकारी मिशनरी का प्रयोग होता है बल्कि देश पर करोड़ों का आर्थिक बोझ भी पड़ता है।देश के विकास के लिए ,राष्ट्र के उत्थान के लिए एक देश एक चुनाव महती आवश्यकता है।इसके लिए हम सबको जनजागरण करना चाहिए। कार्यक्रम में MLC अरुण पाठक,वाइस चांसलर प्रोफेसर विनय पाठक,सांसद रमेश अवस्थी,विधायक नीलिमा कटियार,विधायक सुरेन्द्र मैथानी,विधायक महेश त्रिवेदी और तमाम चिकित्सक, इंजीनियर,वकील समेत तमाम प्रबुद्ध जन मौजूद रहे।