कानपुर, वाईबीएन संवाददाता (Kanpur News)
इंटरमीडिएट में 79 फीसद अंक आने के बाद से छात्रा खुश नहीं थी। वह पढ़ाई की बात कहकर अपने रूम में गई और खुद को ऐसी सजा दे डाली कि परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों के मुताबिक छात्रा रिजल्ट आने के बाद से ही तनाव और अवसाद में थी। इसके चलते उसने ऐसा कदम उठाया है। फिलहाल सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले में जांच पड़ताल की है।
90 फीसद अंक आने की लगाई थी उम्मीद
फजलगंज थानाक्षेत्र के ओम नगर के रहने वाले श्याम जी सैनी जे के मन्दिर परिसर में फूल बेचने का काम करते है।परिवार में पत्नी गौरी,बेटा श्रेष्ठ और बेटी आकांक्षा थी । श्याम जी के मुताबिक बेटी आकांक्षा कुमारी उद्यान इंटर कॉलेज में 12 वीं की छात्रा थी।पढ़ाई में वह काफी तेज थी। 25 अप्रैल को यूपी बोर्ड का रिजल्ट आया है।जिसमें उसके नम्बर 79 फीसदी आए थे।उसके बाद से ही वह तनाव और अवसाद में थी । गुमसुम रहने लगी थी।श्याम जी ने बताया कि बेटी को उम्मीद थी कि 90 फीसदी से ज्यादा नम्बर आयेंगे लेकिन नंबर कम आए जिससे वह परेशान थी।
ऊपर रूम में पढ़ने गई फिर बाहर ही नहीं आई
श्याम जी सैनी ने बताया कि वह अपनी दुकान पर थे। उनकी पत्नी गौरी और बेटा श्रेष्ठ घर में ही ग्राउंड फ्लोर पर थे।बेटी आकांक्षा पढ़ाई की बात कहकर तीसरे फ्लोर पर बने अपने रुम चली गई थी।काफी समय तक जब बेटी आकांक्षा नीचे नहीं आई तो पत्नी गौरी ऊपर पहुंची। दरवाजा बंद था तो बेटी को आवाज लगाई लेकिन तमाम प्रयास के बाद भी दरवाजा नहीं खुला ।जिसके बाद पड़ोसियों को बुलाकर दरवाजा तुड़वाया गया।बेटी आकांक्षा का शव दुपट्टे के सहारे पंखे से लटक रहा था। ये देखकर परिजनो में कोहराम मच गया।बेटी को फंदे से लटका देखकर मां गौरी की चीख निकल गई। गौरी ने रोते हुए कहा कि बेटी पढ़ने की बात कहकर ऊपर गई थी लेकिन फिर बाहर ही नहीं आई।
पुलिस ने शुरू की पड़ताल
घटना की जानकारी फजलगंज पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतार कर कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।परिजनो ने पुलिस को आकांक्षा के अवसाद में होने की जानकारी भी दी है। फिलहाल पुलिस अब जांच पड़ताल में जुटी है।वही फजलगंज थानाप्रभारी ने बताया कि छात्रा के अवसाद में होने के चलते फांसी लगाने की बात सामने आई है। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है।