पहलगाम में मानवता को शर्मसार करने वाले बुजदिलाना हमले को लेकर खानकाहे हुसैनी में विशेष दुआ का आयोजन कर दहशतगर्दों के खात्मे व मुल्क में अमनों अमान की दुआ हुई। ज़ोहर की नमाज़ के बाद खानकाहे हुसैनी हज़रत ख़्वाजा सैय्यद दाता हसन सालार शाह रह०अलै० की कर्नलगंज स्थिति दरगाह पर खादिम खानकाहे हुसैनी व उलेमा ए कराम ने पहलगाम दहशतगर्द हमले की पुरज़ोर मज़ज्मत कर अपने ग़म और गुस्से का इज़हार किया।
इन आतंकियों का कोई मजहब नहीं
उन्होंने कहा कि पहलगाम में हमला करने वालों का कोई मज़हब नहीं है। उनके हाथ में बंदूकें तो थीं लेकिन वो कायर थे, जो निर्दोषों पर गोलियां चला रहे थे। यह हर उस इंसान की रूह को हिला देने वाला मंजर है, जो अमन और इंसानियत में यकीन रखता है। खानकाहे हुसैनी हृदय को झंकझोर देने वाली इस अमानवीय घटना की कठोर शब्दों में निंदा करती है।
सरकार करे दहशतगर्दों पर कठोर कार्रवाई
उन्होंने कहा कि इस दहशतगर्द हमले में जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति हम सबकी संवेदनाएं हैं। हम घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य की कामना करते हैं। भारत सरकार शीघ्र इस हमले में शामिल व उसका षड़यंत्र रचने वालों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करे। उन्होंने बताया कि देश की सभी खानकाहों ने अपने ग़म और गुस्से का इज़हार करते हुए इस हमले की मज़ज्मत की है।
घायलों के जल्द स्वस्थ होने की दुआ मांगी
खानकाह हुसैनी में विशेष दुआ हुई, जिसमें अल्लाह से कहा गया कि पहलगाम हमले में घायलों को जल्द सेहत दे, हमले में मारे गये परिवारों को सब्र दे, दहशतगर्द का खात्मा हो, दहशत फैलाने वालों को तबाह बर्बाद कर, हमले का षड़यंत्र रचने वालों पर कुदरती कहर नाज़िल हो, हमारे मुल्क में अमनों अमान कायम हो, इस दुआ पर मौजूद तमाम लोगों ने आमीन आमीन आमीन कहा।
दुआ में इनके उठे हाथ
हमले की मज़ज्मत व दुआ में मुख्य रुप से खादिम खानकाहे हुसैनी अफ़ज़ाल अहमद, हाफ़िज़ कफील हुसैन खां, खानकाहे तौस्वी के नायब सज्जादानशीन सूफी मोईनुद्दीन चिश्ती, हाफ़िज़ मोहम्मद असद, फाज़िल चिश्ती, हाफ़िज़ मुशीर अहमद, शमशुद्दीन खान, मोहम्मद सलमान खान, आसिफ खान, सरवर अली, मोहम्मद इदरीस, हबीब आलम, पप्पू भाई आदि शामिल हुए।