प्रदेश में चल रही कोविड की दस्तक के बीच तय किया गया है कि प्रधानमंत्री के तीस मई के शहर प्रवास के दौरान उनसे तीस मीटर की दूरी पर मास्क लगाना जरूरी है। प्रधानमंत्री के नजदीक वही पहुंच पाएगा जिसकी कोविड जांच हो चुकी होगी। प्रधानमंत्री के साथ मंच पर मौजूदगी से पहले भी कोविड सैंपलिंग करानी होगी। जनसभा में पहुंचने वालों के लिए इंट्री गेट पर सुरक्षा जांच के साथ बुखार मापने के लिए थर्मल स्क्रैनिंग का इंतजाम किया जा रहा है। मेडिकल की चारटीम को कोविड जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
एयरपोर्ट पर होगी अधिकतम पचास की इंट्री
बताया गया है कि चकेरी एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करने वालों की संख्या अधिकतम 50 होगी। इसी लिहाज से एसपीजी ने 50 कोविड जांच किट के साथ मेडिकल टीम की तैनाती अनिवार्य बताई है। इस वास्ते नोडल अधिकारी डॉ. प्रणव कुमार के नेतृत्व में लैब टेक्नीशियन अनुराग दास मुस्तैद रहेंगे। डॉ. प्रणव ने बताया कि, एसपीजी ने 50 किट की जरूरत जताई है, लेकिन ऐहतियात के तौर पर 100 किट उपलब्ध रहेगी। उन्होंने बताया कि, कोविड वायरस की पहचान के लिए मुंबई से स्पेशल किट मंगवाई गई हैं,जोकि सिर्फ तीन मिनट में अचूक नतीजा मुहैया कराती है। इसी प्रकार सीएसए के हैलीपेड पर स्वागत करने वालों को पहले जांच के दायरे से गुजरना होगा। यहां लैब टेक्नीशियन अमित गौड़ के साथ प्रवीन कुमार और इंद्रजीत तैनात होंगे।
कोविड जांच में किसी के साथ मुरव्वत नहीं
प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था के जिम्मेदारों ने बताया कि, एसपीजी ने स्पष्ट कर दिया है कि, प्रधानमंत्री के नजदीक पहुंचने के लिए कोविड जांच करानी अनिवार्य है। स्थानीय सांसद-विधायक के साथ-साथ अन्य वीआईपी को कोविड जांच से किसी को छूट नहीं मिलेगी। मंच पर उपस्थिति और मंच के सामने डी-सर्किल में मौजूद रहने वालों को कोविड सैंपलिंग कराना होगा। सीएमओ हरिदत्त नेमी ने बताया कि, मेडिकल टीम सुबह नौ बजे से मुस्तैद रहेगी यदि सामान्य भीड़ में किसी को जुखाम-बुखार की शिकायत होगी तो उसे जनसभा स्थल में प्रवेश नहीं मिलेगा।