हिंदी पत्रकारिता दिवस पर शुक्रवार को कानपुर प्रेस क्लब में गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें वक्ताओं ने सकारात्मक पत्रकारिता पर जोर दिया। इस मौके पर स्व. गणेश शंकर विद्यार्थी जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
हिंदी पत्रकारिता दिवस पर प्रेस क्लब में गोष्ठी
गोष्ठी में प्रेस क्लब कानपुर के अध्यक्ष सरस वाजपेई ने कहा कि सौभाग्य है कि हम उस शहर कानपुर में पत्रकारिता कर रहे हैं, जहां के जुगल किशोर शुक्ल ने 30 मई 1826 को हिंदी का पहला अख़बार निकाला। उन्होंने कहा कि आज के दौर में पत्रकारिता बड़ी चुनौती है लेकिन सकारात्मकता और लोक कल्याण की भावना रखें तो अपने कर्तव्य का निर्वहन आसानी से कर सकते हैं। यदि ईमानदार हैं तो भय नहीं होगा और सत्य के प्रहरी बने रहेंगे।
आजादी की लडाई में भी था पत्रकारों का योगदान
श्री बाजपेई ने कहा कि आजादी की लडाई के दौरान भी पत्रकारिता ने अपना विशेष योगदान दिया था और क्रांतिकारी साथियों तक संदेश पहुचाने में अहम भूमिका अदा की थी। आज पत्रकारिता एक मिशन नहीं बल्कि धन उगाही व अपनी छवि को समाज में बढ़ाने के लिये हो गयी हैं। चौथे स्तम्भ के रूप में समाज की सेवा में जुटे हम सभी को समाज से गंदगी दूर करनी होगी और एक स्वस्थ समाज की परिकल्पना को साकार करना होगा तभी हम आने वाली पीढ़ी को सही दिशा दे पायेंगे।
प्रमाण, परिणाम को ध्यान में रख खबर लिखें
महामंत्री शैलेश अवस्थी ने कहा कि प्रमाण और परिणाम को ध्यान में रखते हुए खबर लिखें। ख़बरों की होड़, धन के जोर और चैनलों के शोर के बीच सच के साथ खड़े रहना मुश्किल ज़रूर है, लेकिन नामुमकिन नहीं, इसलिए खबर ऐसी लिखें जो तथ्य और तर्क पर खरी उतरे, तभी विश्वासनीयता रहेगी।
इस मौके पर उपाध्यक्ष गौरव सारस्वत, मंत्री शिवराज साहू, गगन पाठक, उत्सव शुक्ला, संजीव शुक्ला, अमित गुप्ता, मयंक मिश्रा, कौस्तुभ मिश्रा, जेबा खान, एज़ाज सिद्द्की, नीरज तिवारी, विकास वाजपेई, वेद गुप्ता आदि मौजूद रहे। गोष्ठी का संचालन आलोक पांडे ने किया l