राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉक्टर मोहन मधुकर भागवत आज 13 अप्रैल की शाम को ट्रेन के जरिये सेंट्रल रेलवे स्टेशन पहुंचेगे। पांच दिन शहर में ही प्रवास करेंगे। उनकी सुरक्षा को लेकर जिला और पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। रविवार को सुबह से ही रेलवे के अधिकारी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने में जुटे रहे। रेलवे स्टेशन व उसके आसपास के इलाके में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।
प्लेटफार्म पर जीआरपी व आरएएफ तैनात
स्टेशन के भीतर और बाहर चप्पे चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात हैं। जीआरपी व आरएएफ के जवानों को रेलवे प्लेटफार्म पर तैनात किया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से आला अधिकारी भी समय-समय पर प्लेटफार्म नंबर एक व दो का निरीक्षण कर रहे हैं।
वंदे भारत एक्सप्रेस से आएंगे भागवत, हुई संदिग्धों की छानबीन
सर संघ चालक डॉक्टर मोहन भागवत आज शाम को वंदे भारत एक्सप्रेस से कानपुर आएंगे और यहां पर कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के साथ ही अपने प्रवास के दौरान संघ के कार्यालयो में जाकर सभी को संघ की नीतियों से परिचित कराएंगे। सर संघ चालक डॉक्टर मोहन भागवत के आगमन के दौरान किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए आज सवेरे से ही सेंट्रल स्टेशन को छावनी में तब्दील कर दिया गया। हर तरफ पुलिस के जवानों की तैनाती के साथ ही जीआरपी इंस्पेक्टर ओम नारायण सिंह के नेतृत्व में फोर्स ने निरीक्षण किया और संदिग्ध यात्रियों की छानबीन की।
14 को करेंगे नये भवन का उद्घाटन
प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ अनुपम ने बताया कि 14 अप्रैल को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉक्टर मोहन भागवत संघ के नये बने केशव भवन तथा अम्बेडकर सभागार का उद्घाटन करेंगे। इसकी सभी तैयारियां प्रांत प्रचारक श्रीराम के मार्गदर्शन में चल रही हैं। 15 तथा 16 अप्रैल को संघ के छह आयाम में से सेवा विभाग के कार्यकर्ताओं के साथ उनकी बैठक होगी तथा पर्यावरण गतिविधि, सामाजिक समरसता आदि के प्रांत स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ अलग-अलग समय पर बैठक रहेगी।
15, 16, 17 को इन कार्यक्रमों में रहेंगे मौजूद
15 अप्रैल को केशव भवन संघ कार्यालय से 12 किलोमीटर दूर कानपुर के पूर्व भाग कोयला नगर में शाखा पर रहेंगे। 16 अप्रैल को निराला नगर की शाखा पर रहेंगे। 17 अप्रैल को संघ की प्रांत कार्यकारिणी के साथ संघ शताब्दी वर्ष में संघ द्वारा पंच परिवर्तन (नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली, सामाजिक समरसता, पारिवारिक मूल्य, स्वबोध) का जो विषय लिया गया है, उन विषयों पर विस्तार से चर्चा करेंगे तथा प्रांत में उस दिशा में बढ़ रहे कार्यों की समीक्षा करेंगे।