पुलिस कमिश्नरेट के चार साल पूरे होने पर कानपुर पहुंचे डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि यूपी के जिन शहरों में पुलिस कमिश्नरेट की व्यवस्था लागू है, वहाँ जल्द ही व्यवस्थाएं और बेहतर होंगी। वे यहां द स्पोर्ट्स हब में कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के चार साल पूरे होने पर आयोजित मंथन कार्यक्रम में शामिल होने आए थे।
मंथन कार्यक्रम में बोले, महाकुंभ में मिले सुझावों पर होगा अमल
डीजीपी प्रशांत कुमार यहां पुलिस के मंथन कार्यक्रम में कहा कि जो अवसरों को भुनाते हैं वे ही निखरते हैं। डीजीपी ने कहा, यूपी पुलिस ने कुछ समय पहले ही कमिश्नरेट की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए थर्ड पार्टी ऑडिट कराया है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ के दौरान जिस तरह की पुलिसिंग की गई, उसे देखते हुए तमाम सुझाव मिले हैं। जिन्हें धरातल पर जल्द क्रियान्वित कराएंगे। उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस द्वारा हाल ही में सवा दो लाख भर्तियां की गईं, जिनमें पूरी पारदर्शिता बरती गई। साथ ही डेढ़ लाख पुलिसकर्मियों को प्रोन्नत किया गया है। डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा, अभी कमिश्नरेट की व्यवस्था उन्हीं शहरों में लागू है, जहां जनसंख्या अधिक होती है।
जारी रहेगी जीरो टॉलरेंस की नीति
डीजीपी ने क्राइम कंट्रोल पर कहा कि योगी सरकार में पुलिस ने अपराध और अपराध करने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को लागू कर रखा है, जो आगे भी जारी रहेगी।
जो अवसरों को भुनाए वो निखरे, जो न भुनाए वो बिखरे
मंथन कार्यक्रम के दौरान पुलिसकर्मियों को सीख देते हुए डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा जो अवसरों को भुनाते हैं, वे ही निखरते हैं, जो नहीं भुना पाते हैं वह बिखरते हैं। उन्होंने राज्य सरकार के आठ साल पूरे होने पर उप्र पुलिसिंग से जुड़े कई आंकड़ों की भी जानकारी दी। बताया, पिछले 14 माह में ही ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत 79 हजार आरोपियों को सजा दिलाई गई। पिछले आठ सालों में पुलिस के अंदर जो बदलाव दिखे हैं, वह उससे पहले के 15 सालों से बहुत बेहतर हैं।
आपेरशन त्रिनेत्र को सराहा, बेहतर काम करने वालों को सम्मानित किया
डीजीपी प्रशांत कुमार ने कानपुर कमिश्नरेट के सभी अभियानों- ऑपरेशन त्रिनेत्र, ट्रैफिक दोस्त, ऑपरेशन कन्विक्शन को सराहा। साथ ही बेहतर काम करने वाले कर्मियों को सम्मानित भी किया। कार्यक्रम का संचालन पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने किया। विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद राज्यमंत्री असीम अरुण ने भी अपने सुझाव कमिश्नरेट की बेहतरी के लिए दिए। इस मौके पर द स्पोर्ट्स हब के निदेशक पीयूष अग्रवाल, संजीव पाठक, हास्य अभिनेता अन्नू अवस्थी, जनप्रतिनिधि समेत कई अन्य जन उपस्थित रहे।
स्पोर्ट्स हब में खेल सुविधाएं देखीं, खुद भी साधा निशाना
उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिदेशक प्रशांत कुमार ने द स्पोर्ट्स हब टीएसएच आर्यनगर में जहां खेल सुविधाओं को परखा और इस मॉडल को सराहा। उन्होंने विशेष रूप से टीएसएच की शूटिंग रेंज में निशानेबाजी का अभ्यास किया। इसके अलावा उन्होंने स्क्वैश कोर्ट और क्रिकेट ग्राउंड का भी निरीक्षण किया और वहां उपलब्ध सुविधाओं को अत्यंत प्रभावशाली बताया।
ऐसे केंद्रों को बढ़ावा देने के लिए करेंगे सीएम से चर्चा
डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा टीएसएच जैसे विश्वस्तरीय खेल केंद्र न केवल खिलाड़ियों के प्रशिक्षण में सहायक होते हैं, बल्कि प्रदेश में खेल संस्कृति को भी बढ़ावा देते हैं। डीजीपी ने यह भी कहा वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस संबंध में चर्चा करेंगे, जिससे प्रदेश में अधिक से अधिक ऐसे केंद्र स्थापित किए जा सकें।