कानपुर, वाईबीएन नेटवर्क।
सनातन समाज और उसकी शाखाएं अलग हो सकती हैं, बावजूद इसके मन से ये कभी अलग नहीं हुए। इसी अवधारणा को मूर्त रूप देने के लिए फाउंडेशन द्वारा सभी को एक मंच पर आमंत्रित किया गया है। महिला यज्ञाचार्य के मंत्रोच्चार पर सनातन की हिन्दू, जैन, सिख, बौद्ध, आर्य समाज और गायत्री परिवार समेत शाखाएं एक मंच पर एक साथ यज्ञ कुंड में आहुति देंगी। फाउंडेशन द्वारा भारतीय समाज के सभी वर्गों से एक ही मंच पर यज्ञ कुंड में आहुति दिलवा कर अनेकता में एकता का संदेश दिया जायेगा।
पर्यावरण शुद्धिकरण का प्रयास
वेद प्रचार फाउंडेशन के संयोजक ऋषभ ने बताया कि वेदों में प्रमाण है कि यज्ञ आहुति अगर नियमानुसार है तो पर्यावरण का शुद्धिकरण होता है। यहां एक जगह 501 यज्ञ कुंड में जब एक साथ सही मात्रा और नियमानुसार आहुति दी जाएगी तो पर्यावरण पर काफी अनुकूल असर होगा।
शहीद भगत सिंह के जीवन पर नाट्य मंचन
लगातार बदल रहे पाठ्यक्रम की वजह से बच्चे क्रांतिकारियों को भूलते जा रहे हैं। सीबीएसई और आईसीएसई मीडियम से पढ़ने वाले बच्चे तो शहीदों का नाम तक नहीं जानते । फाउंडेशन के संयोजक ऋषभ ने बताया कि जिन महान क्रांतिकारियों ने हमें अपनी जान देकर आजादी दिलाई, उन्हें हम भूल न जाएं, इसलिए इस तरह के कार्यक्रम बेहद जरूरी हैं ताकि आम जनता और कार्यक्रम के साक्षी बनने आए लोग उनके संघर्षमय जीवन को समझ कर आत्मसात कर सकें, इसीलिए कार्यक्रम के दौरान शहीद भगत सिंह के जीवन पर आधारित एक नाट्य मंचन होगा और सुप्रसिद्ध गायिका कविता सिंह मंच का संचालन करने के अलावा कविता पाठ भी करेंगी।
महर्षि दयानंद सरस्वती का भारत की स्वतंत्रता में योगदान
फाउंडेशन ने मुख्य वक्ता के तौर पर सुप्रसिद्ध वैदिक विद्वान अग्निवृत नैस्टिक को आमंत्रित किया है जो महर्षि दयानंद सरस्वती और उनके अनुयायियों का भारत की स्वतंत्रता में योगदान विषय पर उद्बोधन करेंगे। बता दें कि महर्षि दयानंद सरस्वती की ये 200 वीं जन्म जयंती भी है।
स्वतंत्रता सेनानियों के परिजन भी होंगे सम्मानित
कार्यक्रम संयोजक ऋषभ आर्य ने बताया इस बार के कार्यक्रम में शहीद और स्वतत्रंता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया जायेगा। कार्यक्रम में आसपास के कई जिलों से स्वतत्रंता संग्राम सेनानियों के परिजनों को बुलाया गया है।