कानपुर, वाईबीएन संवाददाता
वकील राजेश सिंह के हत्या के विरोध में गुरुवार को कचहरी के वकील हड़ताल पर रहे। इस दौरान कलेक्ट्रेट सभागार में जाकर जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह को ज्ञापन भी दिया। इसमें वकील राजेश सिंह के परिजनों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा, घर के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी और वकील की हत्या के आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। ज्ञापन में चेतावनी दी गई है कि जल्द ही मांगें पूरी न हुईं तो वकील बेमियादी हड़ताल शुरू करेंगे। वकीलों ने आज कोई भी अदालती काम नहीं किया। इससे कई वादकारियों को निराश लौटना पड़ा।
डीएम को ज्ञापन, परिजनों को दें मुआवजा, सरकारी नौकरी
वकीलों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जाकर जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह को ज्ञापन सौंपा। इसमें वकीलों ने मांग की है कि मृतक अधिवक्ता के परिजनों को कम से कम एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। मृतक के आश्रित को सरकारी नौकरी दी जाए। राजेश सिंह की हत्या के अभियुक्तों के विरुद्ध फ़ास्ट ट्रैक न्यायालय में मुकदमा चलाया जाए। उनके खिलाफ कठोर से कठोर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
लागू कराया जाए एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट
इसके अलावा मांग की गई कि अधिवक्ताओं के ऊपर हो रहे हमलों, हत्याओं एवं झूठे मुकदमे आदि की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाए जाएं। अधिवक्ताओं की सुरक्षा एवं भयमुक्त वातावरण के लिए एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू कराया जाए।
दी बेमियादी हड़ताल की चेतावनी
ज्ञापन में वकीलों ने चेतावनी दी है कि अगर यें मांगे जल्द पूरी न की गईं तो कानपुर के समस्त अधिवक्ता बेमियादी हड़ताल पर जाने को विवश होंगे। ज्ञापन सौंपे जाने के दौरान बार एसोसिएशन के अध्यक्ष इंदीवर बाजपेई, महामंत्री अमित सिंह समेत तमाम अधिवक्ता मौजूद रहे।