शहर के मुख्य बाजार कलक्टरगंज बाजार में मंगलवार को भीषण आग गयी। आग लगने से करीब सत्तर दुकाने जलकर राख हो गईं। आग से करोड़ों रुपये का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। दोपहर बाद करीब तीन बजे लगी आग पर रात आठ बजे तक पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका था। मौके पर पहुंची दमकल की दर्जनों गाड़ियां आग पर पूरी तरह काबू करने का प्रयास करती रहीं। आंखों के सामने दुकान का पूरा सामान जलता देख कई व्यापारियों की आंख से आंसू निकल पड़े। आग से कुछ घरों का सामान भी जल गया।
कलक्टरगंज गल्ला मंडी में लगी भीषण आग। Photograph: (कानपुर वाईबीएन)
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तारपीन के तेल की दुकान से बढ़ी आग
व्यापारियों की मानी जाए तो मंगलवार को दोपहर बाद तीन बजे एक तारपीन के तेल व केमिकल का काम करने वाले एक कारखाने से एक चिंगारी से उठी आग की लपटों ने पचास से ज्यादा दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। देखते ही देखते सभी दुकानें आग की जद में आ गईं। काला धुआं और चीख-पुकार के बीच लोग अपनी जान बचाकर भागे लेकिन पेट की आग बुझाने वाले कारोबार को अपनी आंखों के सामने जलता हुआ देखकर खुद के आंसू नहीं रोक सके। जैसे-जैसे आग विकराल हुई, लोगों की उम्मीदें भी टूटती गईं।
अग्निकांड से दहशतजदा लोग। Photograph: (कानपुर वाईबीएन)
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सीएफओ ने संभाली आग बुझाने के काम की कमान
आग की सूचना मिलते ही कई फायर ब्रिगेड से गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू करने का प्रयास किया लेकिन आग लगातार बढ़ती जा रही थी। इस बीच आग के बढ़ने की जानकारी पर सीएफओ दीपक शर्मा आधा दर्जन दमकल की गाड़ियां लेकर पहुंचे लेकिन आग की विकरालता देख आसपास के जिलों समेत सभी दमकल गाड़ियों को बुलाया गया। चारों तरफ से मार्केट को घेरकर आग बुझाने की मशक्कत शुरू हो गई।
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धमाके के साथ फटे सिलेंडरों से बढ़ी दहशत
बताया गया है कि दमकल जवान आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे थे लेकिन दुकानों और मार्केट में रहने वाले कई मजदूरों के परिवारों के यहां रखे घरेलू गैस सिलेंडर, केमिकल के ड्रम तेज धमाकों के साथ फटे तो अफरा-तफरी मच गई। आग ने पूरी मार्केट को कब्जे में ले लिया। गैस सिलेंडर पर केमिकल के ड्रमों के फटने से यहां मौजूद लोगों में दहशत फैल गई कई लोग दुकान व गृहस्थी का सामान छोड़ घटना स्थल से दूर जा खड़े हुए।
यहां से होता है कई वस्तुओं का व्यापार
कलकटरगंज थानाक्षेत्र में थोक फूटकर की सबसे बड़ी मार्केट में शुमार इस मार्केट में दाल, चावल, खाद्य मसाले, तेल, रिफाइंडरी, मोमिया, प्लास्टिक, रूई, रस्सी समेत गुड़ आदि की करीब तीन सौ छोटी-बड़ी दुकानें हैं। दोपहर तीन बजे अचानक प्लास्टिक पॉलीथीन की आयुष ट्रेडिंग के बगल में किसी केमिकल दुकान में आग लगी थी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप अख्तियार कर लिया। आग लगते ही मार्केट में भगदड़ मच गई, दुकानदार कैश और सामान निकालने लगे। प्लास्टिक, मोमिया और टट्टर से बनी दुकानें देखते ही देखते आग की चपेट में आ गईं। एक के बाद एक केमिकल के कई ड्रम फटे तो भगदड़ मच गई। आधे घंटे में ही आग ने पूरी मार्केट को चपेट में ले लिया। कई सिलेंडर तेज धमाके के साथ फटे तो लोग दहशत में आ गए। आसपास के घरों में रहने वाले लोग भी चीखते हुए भागे। पूरा इलाका आग और धुएं से भर गया।
अग्निकांड से दहशतजदा लोग। Photograph: (कानपुर वाईबीएन)
लकड़ी के टट्टरों ने पकड़ी आग, कैश भी जला
लकड़ी और टट्टर होने के चलते आग ने आसपास की लगभग सभी दुकानों को चपेट में ले लिया था। फायर अफसरों ने सबसे पहले आग को आसपास की बस्ती तक पहुंचने से रोका। इस बीच आयुष की ट्रेडिंग कंपनी में लगी टीन शेड आग से गलने लगी तो भगदड़ मच गई। आग में लवकुश गुप्ता, मिथलेश गुप्ता, अरविंद द्विवेदी, सुंदर लाल एंड संस, अशुंल गुप्ता, हमीद खान, अशोक कुमार, कृष्ण तिवारी, संजय गुप्ता समेत करीब सौ से ज्यादा दुकानदारों का माल जलकर खाक हो गया। आयुष ने बताया कि कंपनी में लाखों रुपए कैश और कीमती सामान था, जो जलकर खाक हो गया। समाचार लिखे जाने तक फायर टीम आग पर काबू नहीं पा सकी थी। बीच में कई सिलेंडर फटने से भगदड़ की स्थिति रही। देर शाम पुलिस के आलाधिकारी भी पहुंचे।
जाम में फंसते हुए पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ियां
कलक्टरगंज मार्केट में लगी आग में पुलिसिया इंतजाम की भी पोल खुल गई। तीन बजे के आसपास लगी आग के बाद भी स्थानीय पुलिस के अलावा कोई बड़ा अफसर नहीं पहुंचा था। दमकल की गाड़ियां कई बार जाम में फंसते हुए मौके पर पहुंची लेकिन पुलिस ने रोड क्लीयर तक नहीं कराया था। हजारों की भीड़ एकत्र थी लेकिन उन्हें संभालने के लिए पर्याप्त पुलिस बल नहीं था। 2023 में मार्च में घटनास्थल से आधा किलोमीटर की दूरी पर एशिया की सबसे बड़ी कपड़ा मार्केट हमराज काम्पलेक्स में भी आग लगी थी। यहां लगी आग को देखकर हमराज आग में सब कुछ गंवा चुके कई कारोबारी भी पहुंचे थे।