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माँक ड्रिल में आपदाओं से बचाव का प्रशिक्षण लेते लोग और माँक ड्रिल का जायजा लेते जिलाधिकारी व अन्य अफसर। Photograph: (फोटो-वाईबीएन)
कानपुर, वाईबीएन संवाददाता
एक दूसरे से करते हैं प्यार हम, एक दूसरे के लिए बेकरार हम, एक दूसरे के वास्ते मरना पड़े तो हैं तैयार हम। बुधवार को शहर में जगह जगह हुई माँक ड्रिल के दौरान कानपुर ने दुश्मनों को यही संदेश दिया- एकजुट रहेंगे, हर परिस्थितियों से निपटेंगे और दुश्मनों की हर हरकत का मुंहतोड़ जवाब देंगे।
आपदाओं से बचने का दिया प्रशिक्षण
माँक ड्रिल के दौरान कमिश्नरेट पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों तथा सिविल डिफेंस के स्वयंसेवकों ने लोगों को आग जैसी आपदाओं से बचने का प्रशिक्षण दिया गया। लोगों को यह भी सिखाया गया कि किसी आपदा में मकान में फंसे लोगों को किस तरह रस्सी के सहारे सुरक्षित निकाला जा सके।
बांसमंडी चौराहे पर हुई माँकड्रिल
बुधवार को अनवरगंज थाना क्षेत्र के बांसमण्डी चौराहे पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान फायर ब्रिगेड की टीम, स्थानीय पुलिस एवं सिविल डिफेन्स के लोगों ने रूप से बचाव कार्यों का अभ्यास किया। इसमें पब्लिक के लोग भी शामिल हुए।
ई रिक्शा पर साउंड सिस्टम से करते रहे लोगों को जागरूक
इस दौरान ई-रिक्शा पर रखे साउंड सिस्टम से अधिकारी लोगों को जागरूक करते रहे। लोगों को फायर सेफ्टी एवं आपदा प्रबंधन के प्रति जानकारी दी गई। मॉक ड्रिल के माध्यम से जनता को आपातकालीन स्थितियों में उचित प्रतिक्रिया की जानकारी दी गई। कमिश्नरेट पुलिस नागरिकों से सहयोग की अपील करती रही।
मालवीय पार्क में डीएम ने देखी सिविल डिफेंस की मॉक ड्रिल
गड़रिया मोहाल के मालवीय पार्क में भी सिविल डिफेंस की ओर से माँक ड्रिल हुई। इसे डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने भी देखा। इसमें पुलिस फोर्स के अलावा फायर सर्विस के जवान भी शामिल हुए। इस दौरान आग आदि आपदाओं से निपटने, अपनी सुरक्षा करने तथा लोगों को बचाने की क्रियाओं का प्रदर्शन किया गया। घायलों को तत्काल उपचार का प्रशिक्षण भी दिया गया। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रसाद सिंह व पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि देश की आपात स्थिति और शासन के निर्देश पर आज मालवीय पार्क में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
सायरन बजते ही सुरक्षित जगह पर पहुंचे लोग
इस दौरान मॉक ड्रिल सायरन भी बजाया गया। इसके बजते ही लोगों ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने का प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने व्यापारियों, स्कूली बच्चों और आम नागरिकों को सिविल डिफेंस के बारे में जागरूक किया। साथ ही आपदाओं से बचने का प्रशिक्षण दिया।
डीएम ने की सिविल डिफेंस के वार्डनों की सराहना
जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने फूलबाग में नागरिक सुरक्षा कार्यालय में सिविल डिफेंस के वार्डनों को आवश्यक निर्देश दिए। इस बीच उन्होंने सिविल डिफेंस के वार्डनों को संबोधित करते हुए उनकी सेवाओं की सराहना की और उन्हें नागरिकों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने भी सिविल डिफेंस को नागरिक सुरक्षा में पहली पंक्ति में रखा है, जो उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है।
मॉक ड्रिल का उद्देश्य
जिलाधिकारी ने बताया कि मॉक ड्रिल का उद्देश्य सिविल डिफेंस के वार्डनों को नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए प्रशिक्षित करना और उनकी क्षमताओं का परीक्षण करना है। इससे उन्हें किसी भी आपातकालीन स्थिति में प्रभावी ढंग से काम करने में मदद मिलेगी।
सिविल डिफेंस की भूमिका
सिविल डिफेंस की भूमिका नागरिकों की सुरक्षा में बहुत महत्वपूर्ण है। वे आपातकालीन स्थितियों में नागरिकों को सुरक्षित रखने और सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि सिविल डिफेंस के वार्डनों को अपनी भूमिका और जिम्मेदारियों के प्रति और अधिक जागरूक होना पड़ेगा। इससे नागरिकों का सुरक्षा घेरा और मजूबत होगा। मॉक ड्रिल का लक्ष्य नागरिकों को आपात स्थिति में व्यवस्थित और त्वरित प्रतिक्रिया देना है। इसमें हवाई हमले की चेतावनी (सायरन), ब्लैक आउट, निकासी (Evacuation), प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था जैसे उपाय शामिल हैं।
इन स्थानों पर भी हुई माँकड्रिल
शहर के कई अन्य स्थानों पर भी अपराह्न 04.00 बजे से नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इनमें बड़ा चौराहा, डॉ. एस. के. सिंह चौराहा लखनपुर, अनुराग हास्पिटल शारदा नगर चौराहा, संतनगर चौराहा, मलिक गेस्ट हाउट, रामादेवी चौराहा, बासमंडी चौराहा, पाल चौराहा, दबौली मोड, श्रीमुनि इंटर कालेज गोविन्द नगर, यशोदा नगर इंटर कालेज पर भी माँक ड्रिल का आयोजन किया गया। इसके अलावा मालवीय पार्क कलक्टरगंज, ट्रांसपोर्ट नगर, किदवई नगर, शहीद चन्द्रशेखर आजाद इंटर कालेज पनकी में भी रेस्क्यू संबंधी ड्रिल का आयोजन हुआ।
शाम चार बजे हुई सायरन की टेस्टिंग
ब्लैक आउट के लिए बजाए जाने वाले सायरन की टेस्टिंग अपराहन 04.00 बजे की गई, ताकि सायंकाल 09.30 बजे से 10.00 बजे के मध्य ब्लैक आउट अवधि को सफलतापूर्वक संपन्न कराया जा सके।