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कड़ी सुरक्षा के बीच सेंट्रल रेलवे स्टेशन से रवाना होते संघ प्रमुख मोहन भागवत। Photograph: (कानपुर वाईबीएन)
कानपुर, वाईबीएन संवाददाता
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत ने कानपुर में पांच दिन का प्रवास पूरा करके गुरुवार को यहां से विदाई ली। इस दौरान संघ के तमाम लोग और अधिकारी मौजूद रहे। दोपहर में नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस से रवाना हुए सरसंघ चालक डॉक्टर मोहन भागवत ने शहर के नागरिकों को आपस में सामंजस्य बनाए रखने और सद्भावना के बीच जीवन यापन करने का संदेश दिया।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस से रवाना हुए भागवत
सर संघ चालक मोहन भागवत आज सेंट्रल स्टेशन पहुंचे और कड़ी सुरक्षा के बीच नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस से रवाना हुए। इस दौरान सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 व आसपास के क्षेत्र में कड़ी पुलिस चौकसी बरती गई। चारों तरफ पुलिस व पी ए सी का कड़ा पहरा रहा। जीआरपी और आर पी एफ जवान भी सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तैद रहे। खुफिया तंत्र भी अपना पूरा संजाल बिछाए रहा।
स्वयंसेवकों को दी गांव-गांव लोगों को जोड़ने की सीख
इससे पहले बुधवार को मोहन भागवत ने सुबह शाखा में प्रवास करने से लेकर शाम तक अलग अलग हुए कार्यक्रमों में स्वयंसेवकों से कहा कि वे गांवों में जाकर लोगों को जोड़ें और देश के निर्माण में अपना योगदान दें। उन्होंने ग्रामीण इलाकों में संघ की शाखा बढ़ाने के साथ ही यहां लोगों के बीच जाकर सेवा कार्य करने और उनके सुख दुख में उनके साथ खड़े रहने की भी बात कही।
कोयलानगर की शाखा में लिया योग सत्र में हिस्सा
बुधवार सुबह वे कोयला नगर स्थित प्रौढ़ शाखा पहुंचे, जहां उन्होंने स्वयंसेवकों के साथ लगभग एक घंटे तक शाखा की गतिविधियों में भाग लिया। सुबह 6 बजे शाखा स्थल पहुंचने के बाद उन्होंने व्यायाम और योग सत्र में हिस्सा लिया और शाखा की दिनचर्या को करीब से देखा। शाखा में भागवत की उपस्थिति से स्वयंसेवकों का उत्साह चरम पर था। कुल 139 स्वयंसेवक, जिनमें प्रौढ़ और युवा वर्ग के सदस्य शामिल थे, चार टोलियों में विभाजित होकर विभिन्न गतिविधियों में शामिल हुए। पहली टोली में भवानी भीख जी और प्रांत प्रचारक श्रीराम जी ने व्यायाम कराया।
निरंतर सेवा ही हम लोगों का कर्तव्य
45 मिनट तक शाखा में रहने के बाद मोहन भागवत ने 15 मिनट तक स्वयंसेवकों से संवाद भी किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न सवालों का जवाब देते हुए कहा कि संघ समाज के लिए कार्य करता है और निरंतर सेवा में लगे रहना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने युवा स्वयंसेवकों को प्रेरित करते हुए संगठनात्मक अनुशासन और सामाजिक समर्पण पर बल दिया।
स्वयंसेवक के घर गए, साझा किए अनुभव
बताया गया है कि कोयला नगर शाखा से रवाना होने के बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत साढ़े सात बजे सनिगवां मोड़ के पास महेंद्र सिंह के घर पहुंचे, जिनका परिवार तीन पीढ़ियों से संघ से जुड़ा है। वहां उन्होंने लगभग आधे घंटे का समय बिताया और परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने परिवार के सदस्य की तरह घर की कुशलक्षेम जानी और संघ की सेवा के दौरान उनके अनुभव की भी जानकारी ली।
स्वयंसेवकों को भर गए सकारात्मक उर्जा से
मोहन भागवत का यह दौरा संघ की जमीनी गतिविधियों और स्वयंसेवकों के बीच संपर्क बढ़ाने की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उनके प्रवास का स्थानीय स्वयंसेवकों पर गहरा प्रभाव पड़ा है। संघ की नीतियों व विचारधारा को लेकर सकारात्मक ऊर्जा देखने को मिल रही है।
भाजपाइयों को भी दिए जीत के मंत्र
चौथे दिन उन्होंने भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं के साथ भी बैठक की थी। इस दौरान शहर की गतिविधियों के अलावा 2027 के चुनाव पर भा चर्चा की और जीत के मंत्र बताए। इस दौरान भाजपा पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि पार्टी के साथ-साथ संघ की नीतियों को भी जन-जन तक पहुंचना अनिवार्य है।
गांव में जाएं, शहर का भी उत्थान होगा
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने शाखा में उपस्थित स्वयंसेवकों से बातचीत के दौरान कहा कि संघ की नीतियां व शाखाएं गांव गांव तक प्रचलित की जाए तभी शहर का भी उत्थान होगा। सभी सदस्य ज़ब गाँव गाँव जाकर लोगों को जोड़ेगे तभी देश के निर्माण में वह अपना योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि संघ का मतलब ही देश के लोगों को आपस में जोड़ना है।