पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा और कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना के विरोध में शुक्रवार को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया तथा राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा। इसमें बेकसूर लोगों के हत्यारों को सजा-ए-मौत की मांग की गई।
सरकार करे सख्ती, नहीं तो होती रहेंगी ऐसी घटनाएं
इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे प्रांत संयोजक अशफाक सिद्दीकी ने कहा कि केंद्र सरकार जब तक अपना रुख सख्त नहीं करेगी तब तक देश के अंदर इस तरह की घटनाएं होती रहेगी। उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद और पहलगाम में निर्दोष हिंदुओं व दो मुस्लिमों की हत्या पर मुस्लिम समाज अपना आक्रोश व्यक्त करता है। हम सभी लोगों ने एकजुट होकर यह मांग उठाई है कि इन घटनाओं को अंजाम देने वालों को मौत की सजा दी जाए।
पश्चिम बंगाल में लागू हो राष्ट्रपति शासन
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही पश्चिम बंगाल में तत्काल राष्ट्रपति शासन को लागू किया जाए। केंद्र सरकार जब तक अपना रुख सख्त नहीं करेगी तब तक देश के अंदर इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी। आतंकी घटनाओं के चलते हजारों परिवार बेघर हो जाते हैं। कई परिवारों के समक्ष रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो जाती है। इन लोगों ने कहा कि दुखद नरसंहार से मुस्लिम समाज काफी आहत है और वह इन घटनाओं की कड़े शब्दों में निंदा करता है। प्रतिनिधिमंडल में अशफाक सिद्दीकी के साथ अली अकबर अंसारी, सुफियान आलम, सबीहा खान, मोहम्मद हफीज, रुखसाना आदि शामिल रहे।