Advertisment

गढ़ में पैदल घुमाकर पुलिस ने खत्म किया दीनू उपाध्याय का रुतबा

जिस नवाबगंज व रैना मार्केट में अधिवक्ता दीनू उपाध्याय का जलवा था, वहीं पुलिस ने उसकी खूब किरकिरी कराई। सोमवार को पुलिस ने उसे क्षेत्र में पैदल घुमाकर उसके रुतबे में ग्रहण लगा दिया। लोग यह नजारा देख अवाक रह गए। 

author-image
Akhilesh Shukla
पुलिस कस्टडी में दीनू उपाध्याय की फाइल फोटो।

पुलिस कस्टडी में दीनू उपाध्याय की फाइल फोटो। Photograph: (फोटो-वाईबीएन)

कानपुर, वाईबीएन संवाददाता 

Advertisment

जिस नवाबगंज व रैना मार्केट में अधिवक्ता दीनू उपाध्याय का जलवा था, वहीं पुलिस ने उसकी खूब किरकिरी कराई। सोमवार को पुलिस ने उसे क्षेत्र में पैदल घुमाकर उसके रुतबे में ग्रहण लगा दिया। लोग यह नजारा देख अवाक रह गए। 

लिया गया है रिमांड पर, एक घंटे तक घुमाया 

दीनू यहां पहुंचता था तो उसके पांव छूने वालों तथा उससे मिलने वालों की कतार लग जाती थी। पिंटू सेंगर हत्याकांड में जेल जाने के बाद सोमवार को पुलिस ने दीनू को रिमांड पर लेकर उसके गढ़ में ही पैदल घुमाकर उसका अपने क्षेत्र में काफी हद तक रुतबा कम करने का प्रयास किया। कड़ी सुरक्षा के बीच जब पुलिस दीनू को लेकर नवाबगंज क्षेत्र में पहुंची तो माहौल एकदम बदला था। अधिवक्ता से रोज मिलने वाले तथा उसके साथ घूमने को शान समझने वाले लोग भी दीनू से मुंह चुरा रहे थे। करीब एक घंटे तक यहां रखने के बाद पुलिस उसे वापस कोतवाली ले गई।

Advertisment

पिंटू सेंगर हत्याकांड में जेल भेजा गया है दीनू

बार एसोसिएशन की राजनीति में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने वाले अधिवक्ता धीरज उपाध्याय पर काफी समय से जमीन का काम करने व लोगों को दबाव में लेकर विवादित जमीन का काम करने के आरोप लगते रहे हैं। पिछले दिनों उसकी अधिवक्ता की डिग्री पर भी प्रश्नचिह्न लगा था। इसके बाद पुलिस ने अधिवक्ता की डिग्री फर्जी होने का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में दीनू की जमानत हो गई। बसपा नेता पिंटू सेंगर हत्याकांड में दीनू के शामिल की बात सामने आने के बाद पिछले दिनों पुलिस ने दीनू को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। पिंटू सेंगर हत्याकांड में अधिवक्ता दीनू उपाध्याय तथा अरिदमन सिंह को नामजद कराया गया था लेकिन पुलिस ने इन दोनों का नाम जांच में हटा दिया। 

नाम हटाने वाला विवेचक भी हो चुका है निलंबित 

Advertisment

इसके बाद पिंटू सेंगर के भाई ने पुलिस आयुक्त से मिलकर पुलिस की जांच पर उंगली उठाई तो पुलिस ने पुनः जांच की जिसमें पिंटू की हत्या में दीनू के शामिल होने के साक्ष्य मिले जिसके आधार पर पुलिस ने दीनू को हत्याकांड में आऱोपी मानकर गिरफ्तार किया। यही नहीं पहले की जांच में दीनू तथा अरिदमन सिंह का नाम निकालने वाले विवेचक को निलंबित भी कर दिया गया।

सात घंटे का मिला था रिमांड 

इस हत्याकांड तथा जमीन के अन्य मामलों के संबंध में साक्ष्य जुटाने के लिये पुलिस ने सोमवार को दीनू को सात घंटे की रिमांड पर लिया। सुबह दीनू को रिमांड पर लेने के बाद पुलिस उसे छावनी तथा कोतवाली थाने ले गई। इसके बाद सुबह करीब 11 बजे पुलिस दीनू को लेकर उसके गढ़ रैना मार्केट पहुंची जहां दीनू ने अपना कार्यालय बना रखा था। इस कार्यालय में रोज ही दीनू से मिलने के लिये लोगों की भीड़ रहती थी। तमाम लोग अपनी पंचायत निपटवाने के लिये यहां लाइन लगाते थे। रैना मार्केट तथा नवाबगंज क्षेत्र में दीनू का बड़ा प्रभाव था। पुलिस दीनू को यहां ले गई और रैना मार्केट कार्यालय में कुछ जरूरी जानकारी करने के बाद पुलिस दीनू को यहां से पैदल ही नवाबंगज तक ले गई और कुछ स्थानों की जानकारी लेने के बाद उसे पैदल ही रैना मार्केट तक लाई।

Advertisment

कर्मचारी से ली लेने देन व बैंक खातों की जानकारी

जानकारों की मानी जाए तो रिमांड के दौरान दीनू को रैना मार्केट लेकर पहुंची पुलिस ने कार्यालय के कर्मचारी से यहां अक्सर आने वाले लोगों के साथ ही दीनू के लेन देन तथा उसके बैंक संबंधी खातों के संबंध में बारीकी से जानकारी ली। इस दौरान आज कार्यालय का नजारा बदला बदला रहा। जहां पहले दीनू के यहां पहुंचंते ही उससे मिलने वालों की भीड़ लगने लगती थी वहीं सोमवार को जब पुलिस उसे लेकर कार्यालय पहुंची तो मार्केट के लोग भी दीनू से अपना चेहर छुपाते देखे गये। मौके पर दो एसीपी की अगुवाई में मौजूद भारी पुलिस बल हर तरफ की गतिविधियों पर नजर रखे रहा।

kanpur news today
Advertisment
Advertisment