प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को कानपुर पहुंचे। यहां मैट्रो के विस्तारीकरण के साथ ही कानपुर के लिए करीब 25 हजार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास तथा लोकार्पण किया। मोदी ने चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय में सभा को भी संबोधित किया। उनके सभी कार्यक्रमों में भाजपा के सांसदों सहित प्रमुख नेता मौजूद रहे।
24 अप्रैल को स्थगित हुआ था पीएम का दौरा
इन परियोजनाओं का लोकार्पण करने के लिए पहले प्रधानमंत्री को 24 अप्रैल को कानपुर आना था। लेकिन पहलगाम हमले के कारण उनका यह दौरा स्थगित हुआ। वह शुक्रवार 30 मई को कानपुर पहुंचे थे।
47.5 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं का तोहफा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को कानपुर के दौरे पर रहे। यहां उन्होंने 47,573 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 15 मेगा विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। यह कार्यक्रम न केवल कानपुर, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से मील का पत्थर साबित होगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। इस भव्य आयोजन के माध्यम से मोदी ने शहर को विश्वस्तरीय सुविधाओं से जोड़ने की दिशा में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। इसमें करीब 25 हजार करोड़ की परियोजनाएं कानपुर से संबंधित हैं।
कानपुर मेट्रो को मिला नया विस्तार
प्रधानमंत्री मोदी ने कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के चुन्नीगंज से कानपुर सेंट्रल तक के नए भूमिगत सेक्शन का उद्घाटन किया। इस रूट पर चुन्नीगंज, बड़ा चौराहा, नवीन मार्केट, नयागंज और कानपुर सेंट्रल जैसे 5 नए भूमिगत स्टेशन तैयार किए गए हैं। इस विस्तार से शहर के लाल इमली, जेड स्क्वायर मॉल, ग्रीनपार्क स्टेडियम, परेड मैदान, बुक मार्केट और सोमदत्त प्लाजा जैसे महत्वपूर्ण स्थान सीधे मेट्रो से जुड़ जाएंगे। अभी तक आईआईटी कानपुर से मोतीझील तक 9 स्टेशन चालू हैं और इस विस्तार से मेट्रो सेवा और अधिक सुलभ, सुरक्षित एवं तेज होगी।
घाटमपुर और पनकी में तापीय परियोजनाओं की शुरुआत
प्रधानमंत्री मोदी ने घाटमपुर में 660 मेगावाट की तीन इकाइयों और पनकी में एक तापीय विद्युत परियोजना का शुभारंभ किया। इन परियोजनाओं से उत्तर प्रदेश सहित पड़ोसी राज्यों को स्थायी और भरपूर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी। यही नहीं, पनकी पावर प्लांट से कल्याणपुर तक दो नए रेलवे ब्रिज का लोकार्पण भी किया। इनके माध्यम से कोयला और ईंधन की निर्बाध आपूर्ति संभव होगी, जिससे पावर प्लांट की कार्यक्षमता में बढ़ोतरी होगी और जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी।
जल और पर्यावरण के क्षेत्र में भी नवाचार
बिनगवां में 40 एमएलडी क्षमता वाला टर्सरी ट्रीटमेंट प्लांट भी प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र को समर्पित किया। यह प्लांट सीवरेज के पानी को ट्रीट कर औद्योगिक और सिंचाई उपयोग हेतु दोबारा प्रयोग करने योग्य बनाएगा, जिससे जल संरक्षण और पुनर्चक्रण को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही, कानपुर के बिठूर क्षेत्र में नए अग्निशमन केंद्र और उसके आवासीय एवं अनावासीय भवनों का लोकार्पण किया, जिससे आपात स्थितियों में तेजी से प्रतिक्रिया दी जा सकेगी।
441 करोड़ की नई परियोजनाओं का शिलान्यास
प्रधानमंत्री मोदी ने 441 करोड़ रुपये से अधिक की तीन नई परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। इनमें कानपुर और आसपास के क्षेत्रों के स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, ट्रैफिक सुधार और नगरीय सेवाओं से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं। इनमें गौरिया पाली मार्ग 4 लेन में चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण, डिफेंस कॉरिडोर के अंतर्गत प्रयागराज हाईवे स्थित एएच-1 नर्वल मोड़ से साढ़ होते हुए कानपुर डिफेंस नोड तक 4 लेन से जोड़ने के लिए मार्ग का चौड़ीकरण और 220 केवी उपकेंद्र सेक्टर 28 यीडा, गौतमबुद्धनगर का निर्माण शामिल है।