भारतीय दलित पैंथर के बैनर तले शुक्रवार को कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर प्रदेश में हो रहे दलितों के कथित उत्पीड़न पर गुस्सा जताया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं में जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और सरकार से दलितों की सुरक्षा की मांग की। चेतावनी दी कि सरकार ने ठोस कदम उठाकर दलितों पर हमले बंद न कराए तो वे धर्म परिवर्तन करेंगे।
दलितों पर अत्याचार का आरोप लगाया
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे भारतीय दलित पैंथर के अध्यक्ष पैंथर धनीराम बौद्ध ने कहा कि प्रदेश के अंदर दलितों पर अत्याचार और उत्पीड़न हो रहा है, साथ ही महिलाओं की इज्जत सुरक्षित नहीं है। भारतीय कानून व्यवस्था को धता बताकर दलितों पर अत्याचार की घटनाएं प्रतिदिन हो रही हैं। इन घटनाओं को लेकर दलित समाज काफी उद्देलित है और वह सरकार से इन अत्याचारों को समाप्त करने की मांग कर रही है।
अलीगढ़ की घटना की हो उच्च स्तरीय जांच
पैंथर ने कहा कि अलीगढ़ की घटना की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और युवकों द्वारा दिये जा रहे बयान पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए। किसी के साथ बर्बर तरीके से अत्याचार किया जाना काफी अमानवीय है, इसलिए आरोपियों को चिह्नित कर मुकदमा पंजीकृत कराया जाए। फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। पैंथर ने कहा कि घटनाओं के लिए राजस्थान और हरियाणा के मुख्यमंत्री अपने पद से इस्तीफा दें।
पीड़ित परिवारों की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित हो
पीड़ित परिवारों की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए तथा संपूर्ण भारत में दबे कुचले दलित समाज के लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान करते हुए उन्हें समाज की मुख्य धारा में लाया जाए। इसी तरह नेहा राठौर पर जो देशद्रोह का मुकदमा लगाया गया है उसे भी तत्काल वापस लिया जाए।