आतंकी हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी के परिजनों से मिलने के लिए बुधवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी हाथीपुर गांव पहुंचे।उन्होंने शुभम द्विवेदी की मौत को लेकर संवेदनाएं व्यक्ति की , साथ ही उन्होंने शुभम द्विवेदी को शहीद का दर्जा दिलाने के लिए भारत सरकार से बात करने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा उन्होंने शुभम द्विवेदी की पत्नी पिता और सास से पहलगाम में हुई घटना के बारे में जानकारी भी ली।
22 अप्रैल को हुई थी घटना
कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी हमले में कानपुर के हाथीपुर गांव निवासी शुभम की मौत हो गई थी।आतंकियों ने सबसे पहली गोली शुभम को ही मारी थी।गोली मारने से पहले आतंकियों ने उनसे धर्म पूंछा था।उनके साथ 27 अन्य लोगों की भी हमले में मौत हुई है जो भारत के अलग अलग राज्यों और शहरों से कश्मीर घाटी घूमने गए थे।
मैंने भी आतंकियों के हाथों दादी और पिता के मारे जाने का दर्द झेला है
मुलाकात के दौरान उस समय सभी लोग काफी भावुक हो गए जब शुभम की पत्नी बिलख बिलख कर रोने लगीं। यह देख राहुल गांधी भी काफी भावुक नजर आए। उन्होंने शुभम की पत्नी को गले लगाकर धीरज बंधाया। कहा कि मैं आप लोगों की पीड़ा महसूस कर सकता हूं क्योंकि मैंने भी आतंकियों के हाथों अपनी दादी और पिता के मारे जाने का दर्द झेला है।
राहुल का दौरा इसलिए भी अहम
एक ओर पूरा देश आतंकियों के कायराना हरकत की निंदा कर रहा है।आतंकी घटना के प्रति लोगों का आक्रोश दिखाई दे रहा है।लोग पाकिस्तान और आतंकवाद के पुतले जला रहे है।वहीं राबर्ट वाड्रा समेत कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने आतंकी हमले पर आपत्तिजनक बयान दिए है।जिससे पार्टी की खासी आलोचना हो रही है।इसी को लेकर पार्टी हाइकमान की तरफ से पार्टी नेताओं को पार्टी लाइन के अलग बयान न देने की हिदायत तक दी गई है।बावजूद इसके लोगो का आक्रोश कम नहीं हो रहा है।एक जगह पर तो राहुल गांधी को लेकर आपत्तिजनक पोस्टर तक लगा दिए गए।ऐसे में राहुल का आतंकी हमले में मारे गए शुभम के घर जाना काफी अहम माना जा रहा है।
स्पेशल फ्लाइट से पहुंचे राहुल गांधी
राहुल गांधी रायबरेली से स्पेशल फ्लाइट के जरिए कानपुर के चकेरी एयरपोर्ट पहुंचे। जहां से उनका काफिला हाथीपुर के लिए रवाना हो गया।उनके साथ प्रमोद तिवारी,अजय लल्लू,अभिलाष पांडे,नीलांशु चतुर्वेदी समेत जिले के कई कांग्रेस नेता भी मृतक शुभम के घर पहुंचे।
करेंगे शहीद का दर्जा दिलाने का प्रयास
राहुल गांधी ने शुभम के पिता और उनकी पत्नी से मुलाकात की। पत्नी एशान्या ने बताया कि वह घूमने गए थे धर्म पुछने के बाद गोली मार दी। एशान्या द्वारा जब पूरी घटना के बारे में बताया जा रहा था तो उसे सुनकर राहुल गांधी भावुक हो गए और उन्होंने आतंकियों को सबक सिखाने की बात कही। उन्होंने कहा आतंकियों के खिलाफ भारत सरकार जो भी कदम उठाएगी वह और उनकी पार्टी साथ है।उन्होंने कहा कि आतंकी हमले में मारे गए शुभम को शहीद का दर्ज दिलाने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगे।
किए गए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
राहुल गांधी की सुरक्षा व्यवस्था के लिए कड़े बंदोबस्त किए गए।चकेरी से लेकर हाथीपुर तक भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई।जब राहुल गांधी दिल्ली के लिए रवाना हो गए जिसके बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली।