Advertisment

बुलंद की वित्त संशोधन अधिनियम को तत्काल वापस लेने की आवाज

सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनसर्स एसोसिएशन ने वित्त संशोधन अधिनियम की वापसी की मांग की, कानपुर में जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया गया।

author-image
Akhilesh Shukla
एडिट
जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करते लोग।

जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करते लोग। Photograph: (कानपुर वाईबीएन)

कानपुर, वाईबीएन संवाददाता 

Advertisment

सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनसर्स एसोसिएशन तथा शिक्षक महासंघ ने वित्त संशोधन अधिनियम को तत्काल वापस लिए जाने की आवाज बुलंद की है। मंगलवार को इस मांग को लेकर दोनों संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में जिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन की अगुवाई सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बी०एल० गुलाबिया ने की। 

डीएम कार्यालय पर किया प्रदर्शन 

जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि इस मुद्दे पर पेंशनरों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश के कर्मचारियों, शिक्षकों एवं पेंशनरो को इस वर्ष प्रारंभ में 8वें वेतन आयोग की घोषणा से एक संदेश गया कि सरकार अपने कर्मचारियों, शिक्षकों एवं पेंशनरों को वेतन एवं पेंशन पुनरीक्षण 01 जनवरी 2026 को करना चाहती है। इस मध्य फाइनेंशियल बिल/2025 एक कानून के रूप में सामने आ गया, जिसका सीधा मतलब यह हुआ कि 31/12/2025 तक सेवानिवृत्त पेंशनरों की पेंशन का पुनरीक्षण नहीं किया जाएगा। इस बिल को लेकर पूरे देश के पेंशनरों में आक्रोश है। इसी से प्रदेश व देशव्यापी आंदोलन की शुरुआत हो गयी है। आंदोलन के प्रथम चरण में आज प्रधानमंत्री / मुख्यमंत्री को संबोधीत ज्ञापन भेजा गया है। 

Advertisment

सेवानिवृत्त शिक्षक भी इस लडाई में साथ 

उ०प्र० शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष राकेश बाबू पांडे ने बताया कि शिक्षक भी इससे प्रभावित होंगे इसलिए सभी सेवानिवृत्त शिक्षक इस लडाई में साथ हैं। केन्द्रीय कर्मियों के पेंशन (pension) फोरम के महामंत्री आनन्द अवस्थी ने बताया कि इस बिल से केन्द्र एवं राज्य सरकार के साथ स्थानीय निकाय आदि विभाग के पेंशनरों को भी लाभ नहीं मिलेगा। इसलिए केन्द्रीय पेंशनर्स इस लड़ाई में राज्य सरकार के पेंशनर्स के साथ कंधा से कंधा मिलाकर संघर्ष करेंगे। उ०प्र० माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष हेमराज सिंह गौर ने बताया कि यदि पेंशनर्स आंदोलन नहीं करेगा तो देश में ऐसे बदलाव होते रहेंगें। पेंशनर्स अपनी शक्ति को पहचानकर संघर्ष को बुलंदी तक ले जाने का प्रयास करेगा। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद कानपुर के अध्यक्ष प्रभात मिश्रा ने बताया कि कानपुर नगर का राज्य कर्मचारी पेंशनर्स के साथ है। सरकार को इनके साथ इस प्रकार का अन्याय नहीं करना चाहिए क्योंकि जीवन के अंतिम पड़ाव में पेंशनर्स को दर्द देना सरकार की न्यायप्रिय कार्यप्रणाली का परिचायक नहीं है। 

अगले आंदोलन की घोषणा 27 को लखनऊ में 

Advertisment

पेंशनर्स ने जिलाधिकारी के गेट पर विशाल प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रतिनिधि को सौंपा। बताया गया कि 27 अप्रैल को लखनऊ में प्रदेशव्यापी आंदोलन होगा। इसी दौरान आंदोलन के अगले चरण की घोषणा की जाएगी। 

आंदोलन में ये हुए शामिल 

धरना प्रदर्शन में बीएल गुलाबिया, राकेश बाबू पांडे, आनन्द अवस्थी, प्रभात मिश्रा, हेमराज सिंह गौर, अशोक कुमार मिश्रा, आर०पी० श्रीवास्तव एडवोकेट, चन्द्रहास सिंह चौहान, कुमारी दीपा-सोनकर एड., रविन्द्र कुमार मधुर, अशिष्ट, सुभाष भारिया, ए.के० निगम आदि मौजूद रहे। 

pension
Advertisment
Advertisment