कानपुर, वाईबीएन नेटवर्क (Kanpur News)
लखनऊ RPF टीम ने बड़ा खुलासा किया है। लखनऊ रेलवे यार्ड से चोरी हुए स्लीपर बरामद कर चार शातिरों को गिरफ्तार किया है। कानपुर में प्राइवेट ट्रैक बनाने के लिए रेलवे के गोदाम से स्लीपर चुराने की साजिश रची थी। इसमें दो ट्रकों में लोड 255 स्लीपर भी बरामद कर लिए गए हैं। इस चोरी में रेलवे विभाग के कर्मचारियों की संलिप्ता भी सामने आ रही है। फिलहाल रेलवे पुलिस तह तक पहुंचने के लिए मामले की गहनता से जांच कर रही है।
फेक चालान से की गई स्लीपर की चोरी
लखनऊ के जैतीपुर रेलवे स्टेशन के पास बुढ़वल के यार्ड से स्लीपर चोरी हुए थे। मामले में रेलवे अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर RPF की टीम जांच कर रही थी। इस दौरान पाटिल इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर फेक चालान के जरिए स्लीपर चोरी होने की बात सामने आई थी। इसके बाद RPF की टीम गहनता से जांच में जुट गई और कुछ अहम साक्ष्य मिलने पर कानपुर में छापेमारी की।
FCI डिपो तक बिछाना था निजी रेलवे ट्रैक
चंदारी रेलवे स्टेशन से लेकर FCI डिपो के बीच निजी रेलवे ट्रैक बिछाया जाना है। रेलवे स्टेशन से डिपो तक की दूरी करीब 550 मीटर है और इसमें करीब 2500 स्लीपर लगाने हैं। ट्रैक बिछाने का काम देवी मां शक्ति कंस्ट्रक्शन प्रा. लि. कंपनी को मिला है। पकड़े गए लोगों से पूछताछ में सामने आया कि कंपनी मालिक आयुष सिन्हा ने ट्रैक निर्माण का काम पूरा कराने के लिए रेलवे यार्ड से स्लीपर चोरी कराने की योजना बनाई। अमित दीक्षित नाम के व्यक्ति से बातचीत के बाद रेलवे यार्ड से फेक चालान के जरिए स्लीपर बाहर निकाले गए।
ये हुए गिरफ्तार, कंपनी मालिक और बिचौलिए की तलाश
छापेमारी के दौरान दो ट्रकों में 255 स्लीपर बरामद हुए वही एटा निवासी ट्रक ड्राइवर अरविंद,क्लीनर पुरुषोत्तम,पीलीभीत निवासी कर्मचारी अर्जुन सिंह और सीतापुर निवासी दीपक दीक्षित को गिरफ्तार किया गया है।जिन्हें RPF टीम लखनऊ लेकर रवाना हो गई है। वही कंपनी मालिक आयुष सिंहा और बिचौलिया अमित दीक्षित की तलाश में टीमें लगाई गई है इंजीनियरिंग विभाग के कुछ अधिकारी और कर्मचारी संदेह के घेरे में है। ऐसे में उनपर भी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।