कानपुर, वाईबीएन नेटवर्क (Kanpur News) कानपुर देहात पुलिस ने ट्प्पेबाजों के ऐसे गिरोह का खुलासा किया है, जो व्यापार कराने के नाम पर लोगों को अपने झांसे में लेता था और लच्छेदार प्रेम वाली भाषा का इस्तेमाल कर इन्हें ठग लेता था। गोदरेज एग्रो फर्टीलाइर कंपनी की एजेंसी खोलने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से दस लाख कैश और तमाम तरह के फर्जी अभिलेख मिले हैं।
उन्नाव जिले के रहने वाले हैं चारों शातिर कर चुके करोड़ों की ठगी
पुलिस सूत्रों की मानी जाए तो पकड़े गए चारो शातिर उन्नाव जिले के रहने वाले हैं। वह कई जनपदों में करोड़ों की ठगी कर चुके हैं। इनके निशाने पर सरकारी सेवा से रिटायर्ड कर्मचारी रहते थे। माती पुलिस लाइन में खुलासा करते हुए एसपी अरविंद मिश्रा ने बताया कि सूचना मिल रही थी कि एक गिरोह सक्रिय हैं जो रिटायर्ड कर्मचारियों को फर्टीलाइजर कंपनी की एजेंसी खोलने का झांसा देकर ठगी कर रहा है। ये गिरोह एजेंसी खोलने के लिए किराए पर बेहद मंहगे रेट में भवन लेने की बात तय कर लेता था। फिर एग्रीमेंट के नाम पर आधार, पेन और चेक लेते थे।
चेक में लिखी रकम में कर देते थे हेरफेर
पुलिस सूत्रों की मानी जाए तो टप्पेबाज चेक में धनराशि अपने हाथ से अपने अनुसार ऐसे लिखते थे जिसमें वह आगे व पीछे कुछ अंक लिखकर कई गुना रकम बढ़ा लेते थे। जबकि व्यक्ति से चेक सिर्फ एक हजार की लेते थे। जिस जिले में जाते थे वहां का भोगोलिक नक्शा लेकर साथ चलते थे। सडक़ किनारे बने भवनों व गोदामों के मालिकों से संपर्क कर उन्हें निशाना बनाते थे। सभी के विरुद्ध गजनेर थाने में धोखाधड़ी सतेत तमाम गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। एसपी ने गजनेर के प्रभारी निरीक्षक प्रवीन कुमार यादव व अन्य पुलिस टीम को 11 हजार रुपये का ईनाम दिया है।
उन्नाव जिले के पकड़े गए ये शातिर
पुलिस ने उन्नाव जनपद के दीवानखेड़ा मुक्तेमऊ निवासी सुनील यादव, नरीचक मोरांवा के संदीप प्रताप सिंह व दिलीप प्रताप ङ्क्षसह व अकवाबाद बीघापुर के विवेक सिंह को गिरफ्तार किया गया है। इन चारों ने गजनेर थाना क्षेत्र के लोहारी, भरतपुर पियासी, नहोली गांवों के रिटायर्ड शिक्षकों से करीब छह लाख रुपये की ठगी की थी। वहीं सिकंदरा नसीरपुर के एक व्यक्ति से एक लाख 81 हजार रुपये, हमीरपुर जिले के न्यूरिया बिवार गांव के एक व्यक्ति से एक लाख 91 हजार रुपये ठगे जाने की जानकारी पुुलिस की पूछताछ में दी है। ये गिरोह इटावा, रायबरेली, बाराबंकी, फैजाबाद, देवरिया आदि जनपदों में भी ठगी कर चुका है। इनके विरूद्ध पहले भी कई जनपदों में एफआईआर हो चुकी है।
ये हुई बरामदगी
ठगी करने वाले गिरोह से दस लाख चार हजार रुपये कैश दो बाइक, 12 मोबाइल, सात एटीएम कार्ड, गोदरेज कंपनी के चार आईटी कार्ड, चार आधार और पेन कार्ड, एक एटलस बुक, गोदरेज कंपनी के 13 खाली फार्म, चेक आदि अभिलेख मिले हैं। ये विश्वास के लिए अपने अभिलेख और पुराने एग्रीमेंट दिखाकर फंसाते थे। रिटायर्ड कर्मचारी और उसके साथ रिटायर होने वाले उनके साथियों को झांसा देकर फंसा लेते थे।