/young-bharat-news/media/media_files/2025/05/09/93H2jGAhtMQuME2IneNx.jpg)
दस्तावेज दिखाते बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री आदित्य सिंह। Photograph: (फोटो-वाईबीएन)
00:00
/ 00:00
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
दस्तावेज दिखाते बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री आदित्य सिंह। Photograph: (फोटो-वाईबीएन)
बार काउंसिल से मिले एक पत्र के आधार पर बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष नरेश चंद्र त्रिपाठी व पूर्व महामंत्री आदित्य सिंह सहित पांच अधिवक्ताओं को बार एसोसिएशन से निष्कासित किये जाने के बाद बार एसोसिएशन से जुड़े अधिवक्ताओं के बीच राजनीतिक जंग छिड़ गई है।
गुरुवार को एसोसिएशन के महामंत्री अमित सिंह ने पत्र के आधार पर पांच अधिवक्ताओं को निष्कासित करने की घोषण की थी। शुक्रवार को निष्कासित किये गये पूर्व महामंत्री आदित्य सिंह ने वर्तमान कमेटी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि वह इस कार्रवाई को लेकर इस मामले में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराएंगे।
ज़मीन के मामले में फर्जी साइन बनाकर आर्डर करने के मामले में बार एसोसिएशन द्वारा कार्यवाही करने के बाद नया मोड़ आ गया है। बार एसोसिएशन के वर्तमान महामंत्री और पूर्व महामंत्री आमने सामने आ गए हैं। कल बार के महामंत्री अमित सिंह ने मीडिया के माध्यम से एक बायन जारी किया, जिसमें कहा गया कि बार काउंसिल ऑफ़ उत्तर प्रदेश के द्वारा एक पत्र के आधार पर आदित्य सिंह, नरेश चंद्र त्रिपाठी व अन्य वकीलों को कानपुर बार की सदस्यता से निष्काषित कर दिया है।
इसके बाद पूर्व महामंत्री आदित्य सिंह ने प्रेस वार्ता कर बताया कि फर्जी हस्ताक्षर के मामले में उनसे कोई लेना देना नहीं है। शिकायतकर्ता ने भी शपथ पत्र देकर मेरा नाम सम्मिलित न होने का हवाला दिया है। उसके बाद बार काउंसिलिंग ने भी मुझे क्लीन चिट दी है। बावजूद उसके सामाजिक छवि धूमिल करने के लिए उनका नाम जबरन उछाला जा रहा है। अधिवक्ता आदित्य सिंह ने कहा की अगर उनको कानपुर बार एसोसिएशन की तरफ से कोई नोटिस जारी होती है तो उसका संज्ञान लेकर मानहानि का मुकदमा संबधित लोगों पर दर्ज करवाया जाएगा।